नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से लाए गए अध्यादेश के खिलाफ इन दिनों विपक्षी दलों से समर्थन जुटा रहे केजरीवाल ने तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बाद कांग्रेस से बात करने की इच्छा जाहिर की है। अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात का समय मांगा है।
अरविन्द केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, ‘केंद्र सरकार की ओर लाए गए असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक अध्यादेश के खिलाफ संसद में समर्थन, संघीय ढांचा पर प्रहार और मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी जी से आज सुबह समय मांगा है।’
वहीं कल एक PC के दौरान दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी कांग्रेस से समर्थन की मांग करते हुए कहा था कि हमने राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस को वोट दिया वहीं हर हाल में हमारी पार्टी ने कांग्रेस को सपोर्ट किया। अब ऐसे में कांग्रेस को हमें समर्थन देना चाहिए। अगर कांग्रेस हमें समर्थन नहीं देती है तो हमारे पास दूसरे विकल्प भी हैं।
दरअसल सौरभ भारद्वाज ने कांग्रेस नेता अजय माकन पर निशाना साधते हुए कहा था कि पिछले कुछ दिनो से कांग्रेस के नेता झूठ फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस नता ने बयान दिया था कि अध्यादेश को लेकर आप गलत प्रचार कर रही हैं, जब कांग्रेस की सरकार थी तब उसने कोई आपत्ति नहीं उठाई थी। इस पर सौरभ ने माकन पर निशाना साधते हुए कहा कि 2002 में सदन में जो बोला था उसे याद करो। केंद्र सरकार एलजी को सरकार बताने की कोशिश की, लेकिन इसके खिलाफ शीला दीक्षित ने विधानसभा में खिलाफत की थी। शीला दीक्षित ने सदन में कहा था कि दिल्ली सरकार की शक्तियों को कम करना संविधान से छेड़छाड़ करना है।
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