गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के अभ्यर्थियों ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता अर्जित कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इस क्रम में जनपद के लोनी की महिमा कसाना ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में सफलता हासिल की है। महिमा ने 141वीं रैंक हासिल की है।
लोनी के शकलपुरा गांव निवासी कृष्णपाल कसाना और गीता आर्य की बेटी महिमा कसाना ने UPSC एग्ज़ाम में 141वीं रैंक हासिल की है। कृष्णपाल नोएडा के सेक्टर 12 राजकीय इंटर कॉलेज में टीचर हैं। गीता भी फरीदाबाद के सरकारी स्कूल में अध्यापक हैं। महिमा ने बताया कि उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज से बीए इकॉनमिक्स ऑनर्स किया फिर जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से एमए किया। इसके बाद सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी शुरू की। बचपन से एक ही लक्ष्य था कि UPSC क्रैक करूं। रोज करीब 10 घंटे तक पढ़ाई की, फिर सफलता मिली। महिमा ने बताया कि कभी फरीदाबाद तो कभी गांव के घर में रहकर पढ़ाई करती रही। महिमा ने सेल्फ स्टडी पर जोर दिया। कहा कि जो पढ़ रहे हैं, उन्हें लिखने की खूब प्रैक्टिस करें। नोट्स बनाने की आदत डालें।
परिवार ने हमेशा सहयोग किया
स्कूल के दिनों से ही अभिभावकों ने सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के लिए मोटिवेट किया था। तब से ही सिविल सेवा की तैयारी शुरू हो गई थी। मॉक टेस्ट में कम नंबर आने के बाद आत्मविश्वास टूट जाता था लेकिन परिवार ने हमेशा ही सहयोग किया। अपने आगामी अधिकारी जीवनशैली पर बात करते हुए उन्होंने कहा की अधिकारी जीवन शैली में अब मैंने यही सोचा है कि जो भी काम और दायित्व मिलेगा उसे पूरी ईमानदारी से करूंगी।
पिता कृष्णपाल कसाना ने बताया कि एक शिक्षक होने के नाते यह हमारा कर्तव्य था कि हमारे बच्चों को अच्छे से शिक्षित करें तो उसी हिसाब से हमने अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने का प्रयास किया। बेटी से अब यही अपेक्षा है कि जहां भी जाए पूरी इमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करें और देश का मान बढ़ाएं।
Discussion about this post