मॉस्को। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पर रूस ने अपने देश में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा 500 अमेरिकी नागरिकों पर भी रूस ने प्रतिबंध लगा दिया है। जिन नागरिकों पर रूस ने प्रतिबंध लगाया है, वे अमेरिकी एग्जीक्यूटिव ब्रांच के सदस्य हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर अमेरिका लगातार रूसी कंपनियों और लोगों को अपनी ब्लैकलिस्ट में शामिल कर रहा है, जिससे रूसी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया जा सके। शुक्रवार को ही अमेरिका ने रूस से जुड़े 100 से ज्यादा संस्थानों और लोगों को प्रतिबंधित कर दिया था। जवाब में रूस ने अमेरिकी पत्रकारों पर अपने देश में घुसने पर प्रतिबंध लगाया है। इसमें सीएनएन के एंकर एरिन बर्नेट भी शामिल हैं। रूस ने कहा कि उसने अमेरिकी सांसदों, कांग्रेसी और थिंक टैंक के मेंबर को गलत और भ्रामक प्रचार प्रसार के कारण ब्लैक लिस्ट किया है।
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक सूची में ओबामा के अलावा पूर्व अमेरिकी राजदूत जॉन हंट्समैन सहित कई अमेरिकी सीनेटर और संयुक्त प्रमुखों के अगले संभावित अध्यक्ष चार्ल्स क्यू ब्राउन जूनियर भी शामिल हैं। प्रसिद्ध अमेरिकी देर रात टीवी शो के मेजबान जिमी किमेल, कोलबर्ट और सेठ मेयर्स को भी रूस द्वारा देश में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
रूस की ओर से कहा गया है कि उसकी तरफ से अमेरिकी पत्रकार इवान गोरशकोविच के लिए कॉन्स्युलर विजिट को मंजूरी नहीं दी है। इवान को इसी साल मार्च में जासूसी के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले अमेरिका ने भी संयुक्त राष्ट्र के सत्र के लिए आने वाले रूसी पत्रकारों और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के लिए वीजा जारी करने से इनकार कर दिया था।
बता दें वाशिंगटन और मॉस्को के बीच संबंध वर्तमान समय में सबसे निचले स्तर पर हैं। रूसी मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में प्रतिबंधों को उचित ठहराया, जिसमें कहा गया, “वाशिंगटन के लिए यह सीखने का सही समय है कि रूस के खिलाफ एक भी शत्रुतापूर्ण हमला, कड़ी प्रतिक्रिया के बिना नहीं खत्म होगा।
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