अलीगढ। मुजफ्फरनगर के प्रसिद्ध बालाजी मंदिर के बाद अब अलीगढ़ के भी हजारों वर्ष पुराने और ऐतिहासिक हनुमान मंदिर में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है। इतना ही नहीं, मुस्लिम महिलाओं पुरुषों की मंदिर में एंट्री पर भी रोक लगा दी गई है। इस संबंध में गाइडलाइन जारी करते हुए मंदिर प्रशासन ने पोस्टर और बैनकर मंदिर के बाहर लगाए है।
अलीगढ़ के श्री गिलहराज मंदिर के महंत योगी कौशलनाथ ने मुस्लिम महिला और पुरुषों के मंदिर में प्रवेश को प्रतिबंधित किया है, साथ ही हिंदू श्रद्धालुओं के लिए भी ड्रेस कोड जारी किया है। महंत ने बुधवार कहा कि मंदिर में शालीन व मर्यादित कपड़े पहनकर आने वाले भक्तों को ही प्रवेश मिलेगा। इसके पोस्टर भी चस्पां किए गए जिन्हें बाद में हटा लिया गया। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिस पर बहस छिड़ गई है। महंत ने साफ किया है कि मंदिर में छोटे कपड़े, कटी-फटी जींस, हाफ पैंट आदि कपड़ों को पहनकर आने वालों को मंदिर में पूजा-अर्चना करने से रोक दिया जाएगा।
मुजफ्फरनगर में भी ऐसा ही आग्रह
उधर, मुजफ्फरनगर शहर के प्रसिद्ध बालाजी मंदिर में कमेटी ने श्रद्धालुओं से मंदिर में हाफ पेंट, बरमुडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी-फटी जींस पहनकर न आने की अपील की है। यह भी कहा है कि यदि ऐसे कपड़े पहनकर आए तो बाहर से ही दर्शन कर मंदिर कमेटी का सहयोग करें।
मंदिर के दानपात्र के पास लगाया गया यह नोटिस चर्चा का विषय बना हुआ है। नोटिस से माध्यम से मंदिर कमेटी ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि सभी महिलाएं एवं पुरुष मंदिर में मर्यादित वस्त्र पहनकर ही आए। मंदिर कमेटी के कानूनी सलाहकार अशोक कुमार शर्मा एडवोकेट का कहना हैं कि नोटिस बोर्ड के जरिए श्रद्धाओं को यह सलाह दी गई हैं। कुछ लोगों ने मंदिर कमेटी का फैसला सही बताया हैं।
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