गुवाहाटी। असम में लेडी सिंघम के नाम से लोकप्रिय पुलिस अधिकारी जुनमोनी राभा का कार हादसे में निधन हो गया है। मंगलवार को जुनमोनी की गाड़ी नागांव में एक ट्रक से टकरा गई थी। राभा को लेडी सिंघम और दबंग पुलिस अधिकारी के तौर पर जाना जाता था, वह अधिकारियों के खिलाफ काफी सख्त थीं।
यह हादसा जखालबंधा के अंतर्गत सारुभूकिया गांव के पास हुआ है। सब इंस्पेक्टर राभा जिस वक्त कार हादसे का शिकार हुईं वह उस वक्त कार में अकेली थीं, वह यूनिफॉर्म में नहीं थीं। हादसा देर रात 2.30 बजे हुआ था। हादसे के बाद मौके पर पुलिस पेट्रोल की टीम पहुंची और राभा को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने ट्रक को सीज कर दिया है, जोकि उत्तर प्रदेश का था। लेकिन ड्राइवर हादसे के बाद वहां से भाग गया।
वहीं जूनमोनी राभा के की मौत को रहस्यमयी करार देते परिवार ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। भाई करुणा राभा ने कहा, ‘मेरी बहन गुवाहाटी में घर से निकली और हमें बताया कि वह अपनी सहकर्मी आभा राभा के साथ जाएगी, लेकिन बाद में हमें पता चला कि वह अकेली जा रही थी। आभा ने दावा किया कि वह जूनमोनी के साथ नहीं जा रही थी।’
जूनमोनी के परिवार के सदस्यों ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि यह एक जानबूझकर किया गया कृत्य था। जूनमोनी की मां ने कहा कि जुनमोनी को पुलिस विभाग में अपने समय के दौरान अक्सर उच्च पदस्थ व्यक्तियों के दबाव का सामना करना पड़ा था , हालांकि उन्होंने किसी का कोई नाम नहीं लिया।
वहीं डीजीपी जीपी सिंह ने कहा कि इस मामले को सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया गया है। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जिसके बाद यह फैसला लिया गया है कि मामले को असम सीआईडी को ट्रांसफर किया जाएगा।
पिछले साल हुई थी गिरफ्तारी
पिछले साल जून में उन्हें जुनमोनी को पूर्व प्रेमी के साथ कथित भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने अपने प्रेमी से सगाई तोड़ दी थी। माजुली जिले की एक अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया था जिसके बाद उनकी सेवा निलंबित कर दी गई थी। बाद में उनका निलंबन खत्म कर दिया गया और वह पुलिस सेवा में फिर वापस आ गई थीं।
एक दिन पहले दर्ज हुआ था केस
उत्तरी लखीमपुर थाने में सोमवार को जुनमोनी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। शिकायतकर्ता ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि 6 मई को नागांव में उप-निरीक्षक के रूप में तैनात जुनमोनी बिना किसी कारण के उसके बेटे पर कथित रूप से शारीरिक हमला किया। कुछ दस्तावेजों और गहनों के साथ 80,000 रुपये नकद भी ले गईं। शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि उसके बेटे को घसीटा गया और उसे छोड़ने के लिए 6 लाख रुपये के साथ आने के लिए कहा गया।
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