गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मंगलवार को अधिवक्ताओं का आंदोलन उग्र हो गया। वकीलों ने कोर्ट परिसर में जमकर हंगामा किया, मीडियाकर्मियों से मारपीट की। उनके कैमरे और मोबाइल फोन को तोड़ दिए। वकीलों का गुस्सा देखकर हंगामा शांत कराने आए पुलिसवाले भी बाहर की तरफ भाग गए।
जिला न्यायालय में आज दूसरे दिन भी वकीलों की हड़ताल जारी रही। इस दौरान वकीलों ने कोर्ट परिसर में जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और हंगामा किया। वकीलों ने कोर्ट पहुंचे कई लोगों को वापस लौट जाने के लिए कहा। वकीलों ने एसीजेएम 3 की कोर्ट में तोड़फोड़ भी की। साथ ही मीडियाकर्मियों पर भी हमलावर हो गए। हंगामे को देखते हुए कोर्ट परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। वकीलों के हंगामे का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वकीलों ने गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट का घेराव भी किया। उन्होंने वहां लगे बैरियर को उखाड़ फेंका।
दरअसल गाजियाबाद बार एसोसिएशन के आह्वान पर वकील सोमवार से हड़ताल पर हैं। वकीलों का आरोप है कि उनके एक साथी को निवाड़ी थाना पुलिस ने कस्टडी में लेकर फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया है। बार अध्यक्ष योगेंद्र कौशिक ने बताया कि भनेड़ा निवासी अधिवक्ता पवन त्यागी के साथ रविवार को शैंकी नाम के युवक ने मारपीट कर रुपये छीन लिए। घटना के विरोध में अधिवक्ता पवन त्यागी ने थाने में तहरीर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने की जगह दोनों पक्षों का झगड़ा दिखाकर पवन त्यागी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
वहीं थाना पुलिस का कहना है कि दबिश के दौरान एक सब इंस्पेक्टर व सिपाहियों पर हमला करके मारपीट हुई है। इसलिए मुकदमा दर्ज करके वकील को हिरासत में लिया गया है। एसीपी रितेश त्रिपाठी ने बताया कि कांस्टेबल कपिल कुमार की तहरीर के आधार पर पवन कुमार, पूर्व प्रधानपति भूरु, सुमित व गोलू तथा 15 अज्ञात के खिलाफ बलवा, लूट का प्रयास, मारपीट सरकारी कार्य में बाधा सहित कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
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