बैंगलूर। कर्नाटक विधानसभा के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है। शनिवार को पीएम मोदी ने बेंगलुरु में रोड शो किया तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस की कद्दावर नेता सोनिया गांधी रैली करने वाली हैं। इन सबके बीच कर्नाटक कांग्रेस का दावा है कि इस दफा वो 140 सीट जीतने जा रहे हैं। कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ने शनिवार को अपनी पार्टी पर विश्वास जताया और कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी 140 से अधिक सीटें जीतेगी।
डीके शिवकुमार ने पार्टी के भीतर अंदरूनी कलह की अफवाहों का खंडन किया और कहा, “मीडिया की अंदरूनी कलह की कहानियों में कोई सच्चाई नहीं है; कांग्रेस नेतृत्व एकजुट है और कर्नाटक में स्पष्ट बहुमत के लिए संयुक्त प्रयास कर रहा है। पहली प्राथमिकता कर्नाटक में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करना है। सीएम के मुद्दे पर पार्टी जो भी फैसला करेगी हम उसका पालन करेंगे।
कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख ने भाजपा के विधानसभा चुनावों के लिए जारी किए गए घोषणापत्र पर भी निशाना साधा। उन्होंनेभाजपा की ओर से किए गए समान नागरिक संहिता और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के वादों को लेकर कहा कि कर्नाटक चुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़ा जा रहा है। भाजपा इन चुनावों में कोई विमर्श देने में नाकाम रही है। यह प्रदेश के मामले में विचार और नजरिये को लेकर उनके दिवालिएपन को दर्शाता है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि हम कर्नाटक चुनाव बहुत आराम से जीत रहे हैं। यह जीत लोकसभा चुनाव में हमारे लिए मार्ग प्रशस्त करेगी। कर्नाटक के लोग देश को एक संदेश देंगे। वर्ष 1978 में जब देश में जनता पार्टी की सरकार थी तो उस समय भी कर्नाटक ने कांग्रेस के लिए मार्ग प्रशस्त किया था और एक बार फिर से कर्नाटक अपनी यह भूमिका निभाएगा।
भाजपा लोगों को बांटने का कर रही प्रयास
कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों को प्रतिबंधित करने संबंधी चुनावी वादे से जुड़े विवाद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने भाजपा पर ही लोगों को बांटने के प्रयास का आरोप लगाया। शिवकुमार ने कहा कि ‘भाजपा सरकार हमारे युवाओं को नौकरियां नहीं दे सकी। वह महंगाई से लोगों को राहत नहीं दे सकी। अब वे भड़काऊ बातें करके समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं।’
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