लखनऊ। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टों में वादा किया है कि राज्य में सरकार बनने पर बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। कांग्रेस की इस चुनावी घोषणा को अब उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी साथ मिला है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि नफरत फैलाने वाले संगठनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि एक समय था जब सरदार वल्लभ भाई पटेल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर प्रतिबंध लगाया था। उन्होंने बोलते हुए कहा कि देश और समाज में ऐसे में नफरती संगठनों की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि भाजपा राज में महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है। विकास रुक गया है। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने तो यूपी की कानून व्यवस्था को भी व्हीलचेयर पर पहुंचा दिया है।
प्रदेश की जनता भाजपा से निजात पाना चाहती है। बता दें कि कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होने है। चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि वह जाति और धर्म के आधार पर नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और समूहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस ने बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PIF) का नाम लेते हुए कहा कि उसके सत्ता में आने पर ऐसे संगठनों पर ‘कानून के अनुसार निर्णायक कार्रवाई सहित प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई की जाएगी।’
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