दिल्ली। दिल्ली की तिहाड़ जेल में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया के मर्डर का नया CCTV फुटेज सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि 9 पुलिसवालों के सामने ही कैदी ताजपुरिया पर नुकीले हथियार से हमला कर रहे हैं। शुरुआत में तो कुछ पुलिसकर्मियों ने कैदियों को रोका, लेकिन कुछ देर बाद पीछे हट गए।
49 सेकेंड के वीडियो में देखा जा सकता है कि खून से लथपथ टिल्लू को पुलिसवाले घसीटकर बैरक से बाहर लाते हैं। दूसरी सेल के अंदर से दीपक तीतर कुछ कहता हुआ दिख रहा है। जैसे ही टिल्लू को पुलिसवाले बाहर लाते हैं, वैसे ही लाल रंग की पैंट पहने दीपक तीतर बाहर निकलकर टिल्लू को लात से मारने लगता है। इस दौरान एक पुलिसवाला उसे बचाने की कोशिश करता है, लेकिन तीतर खून से लथपथ पड़े टिल्लू को नुकीला हथियार मारने लगता है। घायल टिल्लू को बहुत बेरहमी से हत्यारे मार रहे हैं। उनके हाथों में सुआ है, जिससे उसके ऊपर लगातार हमला कर रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस कर्मी पीछे हट रहे हैं।
पहले सीसीटीवी फुटेज में चार आरोप टिल्लू को मार रहे हैं
वहीं दूसरी तरफ बीते बृहस्पतिवार को भी तिहाड़ जेल से एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था। इस वीडियो में चारों आरोपी योगेश उर्फ टुंडा, दीपक उर्फ तीतर, राजेश और रियाज खान टिल्लू को बेरहमी से मार रहे थे। ये वीडियो करीब 2:49 मिनट का था। वीडियो में तीन आरोपी टिल्लू को सुए नुमा हथियार से मार रहे थे। वहीं चौथा आरोपी बाकी कैदियों को रोक रहा है। वीडियो में कहीं भी सुरक्षाकर्मी दिखाई नहीं दे रहे थे। कुछ कैदियों ने इनको समझाकर रोकने का भी प्रयास किया था, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी। आरोपी टिल्लू के अचेत होने के बाद भी उस पर हमला करते रहे।
यह उस जेल का हाल है जिसे दिल्ली में सबसे सुरक्षित माना जाता है। जिसके बारे में बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। लेकिन, वीडियो और तस्वीरें देखकर अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि देश की दूसरी जेलों में क्या हाल होगा। अगर पुलिस तमाशबीन बनी रहने के लिए है तो इसका काम ही क्या है। 8 हट्टे-कट्टे हथियारों से लैस पुलिसवाले वाले जब खूंखार बदमाशों से घबरा रहे हैं तो जरा आम आदमी की सोचिए। वे इनके खिलाफ भला क्या सिर उठा पाएंगे। ऐसे खूंखार अपराधियों को रोटियां तुड़वाने का क्या तुक है।
बता दें टिल्लू ताजपुरिया 24 सितंबर 2021 को दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में हुए शूटआउट का मास्टरमाइंड था। कोर्ट में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की हत्या के लिए टिल्लू ने ही दोनों शूटरों को ट्रेनिंग दिलाई थी। वकीलों जैसा दिखने, उनके जैसा प्रोफेशनल व्यवहार करने की ट्रेनिंग भी दी गई थी। कोर्ट में हुए शूटऑउट के दौरान ही पुलिस की फायरिंग में दोनों शूटर भी मारे गए थे। इस मामले में पुलिस की तरफ से 111 पेज की चार्जशीट पेश की गई थी।
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