लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव में परचम फहराने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। इस बीच 4 मई को होने वाली पहली चरण की वोटिंग को लेकर मंगलवार शाम 6 बजे से चुनाव प्रचार थम गया है। चार मई को प्रदेश के 37 जिलों में पहले चरण के लिए मतदान होगा।
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने मतदान निष्पक्ष, स्वतंत्र व पारदर्शिता के साथ कराने में कोई कोर कसर ना छोड़ने के निर्देश दे दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मनोज कुमार ने चुनाव के दौरान अव्यवस्था फैलाने वालों पर नजर रखने के साथ ही उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं।
मनोज कुमार ने वोटिंग के दिन निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन करने के निर्देश देते हुए कहा कि अधिकृत व्यक्ति व कर्मचारी के अतिरिक्त कोई भी निर्धारित सीमा के अंदर मतदान केंद्र पर कतई न आने पाए। उन्होंने कहा कि मतदान करने वाले मतदाताओं को पूर्ण सुरक्षा देते हुए उन्हें यह आश्वस्त करने के प्रयास किए जाये कि वे किसी भी भय व प्रलोभन के अपने मत का उपयोग निष्पक्ष होकर करें।
बता दें 4 मई को पहले चरण में 37 जिलों में वोटिंग होनी है। इस चरण में 10 मेयर, 820 पार्षद, 103 नगर पालिका परिषद अध्यक्ष, 2740 सदस्य नगर पालिका परिषद, 275 अध्यक्ष नगर पंचायत सहित 3645 सदस्य नगर पंचायत को लेकर चुनाव होना है। इसके लिए 2 करोड़ 40 लाख वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिन 37 जिलों में मतदान होना है उनमें मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर, आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, मैनपुरी, झांसी, जालौन, ललितपुर, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, उन्नाव, हरदोई, लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, जौनपुर आदि शामिल हैं।
Discussion about this post