अहमदाबाद। गुजरात में आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख इसुदान गढ़वी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसुदन गढ़वी ने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम परखर्च का दावा किया था।
रविवार को पीएम मोदी 100वीं बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से देश के लोगों से जुड़े थे। गुजरात AAP चीफ इसुदान गढ़वी ने इस कार्यक्रम के खर्च को लेकर एक ट्वीट किया था। इसुदान गढ़वी ने अपने ट्वीट में यह दावा किया था कि पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम में 830 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। हालांकि उन्होंने यह ट्वीट बाद में डिलीट कर दिया। इसुदान गढ़वी की तरफ से किए गए ट्वीट पर पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्वीट किया था और कहा था कि यह दावा मिसलीडिंग है। इसके बाद एक नागरिक की फरियाद क्राइम ब्रांच को मिली थी। इसके बाद इसुदान गढ़वी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
साइबर अपराध के सहायक पुलिस आयुक्त जेएम यादव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ट्वीट का संज्ञान लेते हुए अहमदाबाद साइबर अपराध शाखा ने 29 अप्रैल को गढ़वी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की।
उन्होंने कहा, गढ़वी के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना), 500 (मानहानि), 505 (1) (बी) और (सी) (जनता में डर या भ्रम पैदा करने के इरादे से अफवाह या रिपोर्ट प्रकाशित करना, या लोगों को राज्य या सार्वजनिक शांति के खिलाफ अपराध करने के लिए उकसाना) और 505 (2) (शत्रुता पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान या वर्गों के बीच नफरत फैलाने वाला बयान) सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
बता दें इसुदान गढ़वी गुजरात में आम आदमी पार्टी (AAP) के एक कद्दावर नेता हैं। AAP के सबसे बड़े नेता और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने साल 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में इसुदान गढ़वी को सीएम फेस घोषित किया था। इसुदान गढ़वी चुनाव में खंभालिया सीट से चुनाव लड़े थे।
आम आदमी पार्टी ने दी यह प्रतिक्रिया
आप के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव और गुजरात पार्टी के पूर्व प्रमुख गोपाल इटालिया ने दावा किया कि गढ़वी के खिलाफ झूठे आरोपों में मामला दर्ज किया गया है। इटालिया ने कहा, ‘गढ़वी पर एक ट्वीट को लेकर मामला दर्ज किया गया है। इससे पता चलता है कि भाजपा आप से कैसे डरती है। भाजपा और उसकी सरकार ने हमें रोकने और तोड़ने के लिए हमारे खिलाफ बार-बार झूठी एफआईआर दर्ज की है। लेकिन, हम लड़ना जारी रखेंगे।
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