गाजियाबाद। मोदीनगर में भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव भदौला में शनिवार को तेंदुआ देखने की आशंका से हडकंप मच गया। वन विभाग की टीम ने जंगल में सर्च अभियान चलाया लेकिन कोई पदचिन्ह आदि नहीं मिले। इसके बाद टीम वापस लौट गई।
गांव भदौला में शनिवार दोपहर को एक किसान खेत गया था। किसान के मुताबिक उसने तेंदुआ देखा, इसकी उन्होंने गांव में सूचना दी। जानकारी के बाद वन दरोगा संजीव कुमार के साथ वन विभाग की पांच सदस्यीय टीम गांव भदौला पहुंच गई। टीम ने ग्रामीणों के साथ मिलकर भदौला के अलावा गांव त्यौड़ी और ईसापुर के जंगल में सर्च अभियान चलाया। घंटों अभियान चलाने के बाद टीम वापस लौट गई। रेंजर अशोक गुप्ता ने बताया कि टीम ने जंगल में सर्च अभियान चलाया। मगर वहां न तो तेंदुआ दिखा और न ही पदचिन्ह मिले। अभी तक तेंदुए जैसा कोई जानवर दिखाई नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि तेंदुए की तलाश के लिए कई टीमों का लगाया गया है। डर के कारण किसान खेतों की ओर नहीं जा रहे हैं।
नौ तेंदुओं ने बनाया अपना ठिकाना
गाजियाबाद में 9 तेंदुओं ने अपना ठिकाना बना लिया है। वन्य जीव गणना में इसका पता चला है। ये तेंदुए मोदीनगर के जंगल, गंगनहर के किनारे और हिंडन एयरफोर्स स्टेशन के आसपास रह रहे हैं। 2019 की गणना में इनकी संख्या शून्य थी लेकिन पिछले कुछ समय से यहीं पर रहने लगे हैं। कुछ दिन पहले गाजियाबाद कोर्ट में तेंदुआ पहुंच गया था। उसके हमले में कई लोग घायल हो गए थे। इससे पहले मोदीनगर में ही दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर वाहन की चपेट में आकर तेंदुए की मौत हो गई थी। डासना में भी तेंदुआ नजर आ चुका है। इसके अलावा शहर के कई इलाकों में दिखा है।
वन विभाग के प्रभागीय निदेशक मनीष सिंह ने बताया कि गाजियाबाद में वन्य जीवों की गणना हर तीन साल में की जाती है। 2022 की गणना के जो आंकड़े मिले हैं, उनमें तेंदुओं की संख्या नौ मिली है जबकि इससे पहली गणना में यह संख्या शून्य थी। तेंदुओं के पदचिन्ह मोदीनगर के जंगल, गंगनहर किनारे और हिंडन एयरफोर्स स्टेशन के पास देखे गए हैं।
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