बेंगलुरु। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के मामले में रवींद्रन बायजू और उनकी कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के बेंगलुरु में स्थित तीन जगहों (2 बिजनेस और 1 आवासीय) में तलाशी और जब्ती की कार्रवाई की है।
रिपोर्ट के मुताबिक तलाशी और जब्ती कार्रवाई के दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डेटा जब्त किए गए हैं। सर्च में पता चला है कि एड-टेक यूनिकॉर्न को 2011-2023 के दौरान 28,000 करोड़ रुपये (लगभग) का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) प्राप्त हुआ है। इसके अलावा, कंपनी ने विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के नाम पर इसी अवधि के दौरान विभिन्न विदेशी न्यायालयों को मोटे तौर पर 9,754 करोड़ रुपये भेजे हैं।
शिकायतों के आधार पर हुई कार्रवाई
बायजू और उनकी फर्म थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड ने विज्ञापन और मार्केटिंग खर्च के नाम पर लगभग 944 करोड़ रुपये बुक किए हैं, जिसमें विदेशी अधिकार क्षेत्र में भेजी गई राशि भी शामिल है। इसके अलावा, कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 से अपने वित्तीय विवरण तैयार नहीं किए हैं और प्रेस बयान के अनुसार खातों का ऑडिट नहीं किया गया है। कुछ निजी व्यक्तियों से प्राप्त कई शिकायतों के आधार पर Byju प्लेटफॉर्म के खिलाफ जांच हुई है। बयान में कहा गया है कि ईडी द्वारा की गई जांच के दौरान, संस्थापक बायजू रवींद्रन को कई समन जारी किए गए थे, हालांकि, वह टालमटोल करते रहे। आगे की जांच जारी है।
वहीं इस मामले पर बायजू का कहना है कि ईडी के अफसरों की एक टीम उनके बैंगलुरु ऑफिस पहुंची थी, जो फेमा के तहत एक रुटीन इनक्वॉयरी थी। उनसे जो जानकारी और दस्तावेज मांगे गए, उन्होंने उपलब्ध करवा दी है। उन्होंने कहा कि कंपनी हर जांच में सहयोग कर रही है। उनसे जो भी जानकारी मांगी जाएगी, वो उसे फॉलो करेंगे।
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