नई दिल्ली। गृह युद्ध झेल रहे अफ्रीकी देश सूडान से भारतीयों को ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत रेस्क्यू किया जा रहा है। भारतीय वायुसेना (IAF) और भारतीय नौसेना अब तक 1360 नागरिकों को देश वापस ला चुकी है। इस बीच भारतीय वायुसेना ने सूडान में हैरतअंगेज रेस्क्यू ऑपरेशन किया है। भारतीय वायुसेना ने शुक्रवार को आर्मी एयरपोर्ट के रनवे पर बिना लाइट के हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उतारा। वायुसेना की टीम ने इस दौरान एक गर्भवती महिला सहित 121 भारतीय नागरिकों को रेस्क्यू किया है।
वायुसेना बताया है कि सूडान की राजधानी खार्तूम से लगभग 40 किमी. उत्तर में सईदना नाम की जगह है। वहां पर एक छोटी सी हवाई पट्टी है। यहां पर न नेविगेशन का इंतजाम था, न रोशनी की कोई व्यवस्था थी। इसके बावजूद सेना ने बहादुरी दिखाते हुए 121 भारतीयों को सुरक्षित निकाला। इसके लिए सेना की टेक्नोलॉजी काम आई है, जिसमें उन्होंने नाइट विजन वाले चश्मे का इस्तेमाल किया।
#OperationKaveri takes to the Skies!
Two #IAF C-130 J aircraft have evacuated more than 250 personnel from Port Sudan.#HarKaamDeshKeNaam pic.twitter.com/dXJ2VQzp19
— Indian Air Force (@IAF_MCC) April 26, 2023
कैप्टन रवि नंदा के नेतृत्व में चला ऑपरेशन
डिफेंस अधिकारियों ने बताया कि C-130J सुपर हर्क्यूलिस विमान के कैप्टन रवि नंदा हैं। उनके ही नेतृत्व में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। रवि इससे पहले भी पिछले साल अफगानिस्तान से भारतीयों को निकालने के लिए चलाए गए ऑपरेशन का हिस्सा थे। तब उन्हें गैलेंटरी मेडल से सम्मानित भी किया गया था।
अब तक 2100 भारतीयों को जेद्दाह पहुंचाया गया
इससे पहले शुक्रवार को ऑपरेशन कावेरी के तहत भारतीय वायु सेना की C-130J उड़ान का 12वां जत्था सूडान से 135 यात्रियों को लेकर जेद्दा के लिए रवाना हुआ। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने शुक्रवार को बताया कि ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत अब तक 2,100 भारतीय जेद्दाह पहुंच चुके हैं। इस बीच, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि पोर्ट सूडान में तैनात आईएनएस सुमेधा भी संकटग्रस्त देश से 300 यात्रियों के साथ जेद्दा के लिए रवाना हो गया है। यह आईएनएस सुमेधा का 13वां जत्था है, जो भारतीयों को वापस लेकर जेद्दा जा रहा है।
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