गाजियाबाद। साहिबाबाद के करहेड़ा में 19 अप्रैल को एसयूवी गाड़ी की टक्कर से घायल दिव्यांग पुनीत त्यागी की रविवार रात अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस अभी तक आरोपितों को गिरफ्तार तक नहीं कर सकी है।
साहिबाबाद के करहैड़ा से रुचि त्यागी अपने बेटे के साथ एक स्कूटी पर और दूसरी स्कूटी पर उनका भाई पुनीत और भांजा निशांक अपनी बहन के यहां से राजेंद्र नगर लौट रहे थे। करहैड़ा बिजली घर के पास कार सवार युवकों ने रुचि से गाली गलौज की। इसका निशांक और पुनीत ने विरोध किया। आरोपितों ने कार से टक्कर मार दी। दोनों गिर गए फिर से कार चढ़ाई। जो खंभे से टकरा गई। आरोपित मौके से भाग गए।
परिजनों ने हत्या का प्रयास करने की धारा में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुनीत का नेहरु नगर के अस्पताल में इलाज चल रहा था। संक्रमण फैलने के कारण पहले उनकी पैर की अंगुली काटनी पड़ी। इसके बाद एक पैर काटा गया। दो आपरेशन किए। मामा संजीव त्यागी ने बताया कि डॉक्टरों ने पुनीत की गंभीर हालत को देखते हुए तीन दिन में 22 यूनिट ब्लड चढ़ाया था लेकिन स्थिति में बिल्कुल भी सुधार नहीं हो रहा था। वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। देर रात करीब डेढ़ बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।
उनका आरोप है कि साहिबाबाद कोतवाली पुलिस ने लिखित शिकायत पर मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं जबकि पुलिस उनकी तलाश करने का बहाना बना रही है। घायल पुनीत की बहन डॉ. ममता त्यागी ने टि्वटर पर घटना स्थल की फोटो और मुकदमे की कॉपी साझा की है। इसमें उन्होंने लिखा है कि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। पुलिस से भी अभी तक कोई मदद नहीं मिली है। ट्विटर पर शिकायत में पीएमओ, सीएम योगी, केंद्रीय राज्यमंत्री सांसद वीके सिंह, विधायक सुनील शर्मा व आरएसएस के इंद्रेश कुमार के अलावा डीसीपी ट्रांस हिंडन को टैग किया है।
साहिबाबाद के सहायक पुलिस आयुक्त भास्कर वर्मा ने कहा कि आरोपित जिला छोड़कर भाग गए थे। पुलिस की टीम उनके करीब है। जल्द उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
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