गाजियाबाद। नगर निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी की टिकट के लिए मारामारी के बीच आखिरकार पार्टी ने रविवार को प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी। पार्टी ने निवर्तमान मेयर आशा शर्मा का टिकट काटकर पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीता दयाल को मेयर उम्मीदवार बनाया है।
मेयर के टिकट की दौड़ में 34 दावेदार थीं। भाजपा की कोर कमेटी की बैठक के बाद मेयर टिकट के पांच दावेदारों के नाम प्रदेश संगठन को भेजे गए थे। इनमें सुनीता दयाल और डॉ. शशि अरोड़ा के अलावा निवर्तमान मेयर आशा शर्मा, महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा की पत्नी और पूर्व मेयर दमयंती गोयल की पुत्रवधू का नाम भी शामिल था। भाजपा का एक बड़ा खेमा सुनीता दयाल की पैरवी कर रहा था जबकि दूसरा खेमा यशोदा हॉस्पिटल की मालकिन शशि अरोड़ा की पैरवी कर रहा था।
चर्चा है कि इन दो नामों में से एक नाम को चुनने के लिए पार्टी के पदाधिकारियों में भी लंबी खींचतान चली। स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री रिटायर्ड जनरल वीके सिंह भी उनके पक्ष में थे। साथ ही आशा शर्मा के विरोध में कई शिकायतें थीं। इसके बाद मंथन हुआ और कई दौर की बैठकों, विरोध और सहमति के बीच सुनीता दयाल के नाम पर अंतिम मुहर लगा दी गई।
कौन हैं सुनीता दयाल
सुनीता साल 1975 में एबीवीपी की विभाग संयोजिका थीं। फिर अस्सी के दशक में वह भाजपा में सक्रिय हुईं। फिर विभिन्न पदों पर रहते हुए भाजपा की महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री भी बनीं। पिछली दो टर्म से वह प्रदेश की उपाध्यक्ष हैं। वह साल 2004 का विधानसभा उप चुनाव भी लड़ चुकी हैं। उनका कहना है कि पार्टी ने जो भरोसा दिखाया है उस पर खरी उतरेंगी। पार्टी के विश्वास को टूटने नहीं दूंगी।
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