नई दिल्ली। मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद सांसद के तौर पर अयोग्य घोषित किए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार 12, तुगलक लेन आवास पूरी तरह खाली कर दिया। राहुल गांधी ने कहा कि वह सच बोलने के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हैं। भारत के लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे 19 साल तक यह घर दिया। कुछ समय के लिए 10, जनपथ (सोनिया गांधी का आवास) पर रहूंगा, मुद्दे उठाता रहूंगा।
राहुल गांधी ने कहा कि अमेठी से 2004 में सांसद चुने जाने के बाद 2005 में उन्हें यह बंगला मिला था। हिंदुस्तान की जनता ने 19 साल के लिए मुझे ये घर दिया। मैं उनको धन्यवाद देना चाहता हूं। मैंने सच बोलने की कीमत चुकाई है। मैं सच बोलने के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हूं। खास बात यह रही कि राहुल गांधी के बंगला के चाबी लोकसभा सचिवालय को सौंपते वक्त कांग्रेस महासचिव व बहन प्रियंका गांधी और मां सोनिया गांधी मौजूद रहीं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि मेरे भाई ने जो भी कहा, वह एकदम सच है। उन्होंने सरकार की सच्चाई बताई, इसलिए उनके साथ ये सब हो रहा है। लेकिन वे बहुत हिम्मत वाले हैं, डरते नहीं है। हम नहीं डरेंगे और अपना संघर्ष जारी रखेंगे।
बता दें सूरत की एक अदालत ने 23 मार्च को राहुल गांधी को मानहानि का दोषी ठहराया था और उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी, जिसके बाद वह सांसद के रूप में अयोग्य घोषित किए गए थे। उन्होंने सूरत की सत्र अदालत में मजिस्ट्रेट अदालत के आदेश को चुनौती दी थी, जिसने सजा को रद्द करने की उनकी अपील को खारिज कर दिया था। पार्टी ने कहा है कि सत्र अदालत के आदेश को अगले हफ्ते गुजरात उच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी। लोकसभा सचिवालय ने अयोग्य ठहराए जाने के अगले दिन राहुल गांधी को नोटिस भेजकर उनसे 22 अप्रैल तक बंगला खाली करने को कहा था।
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