नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सूडान में उत्पन्न गृह युद्ध जैसे हालात को लेकर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को जवाब दिया है। विदेश मंत्री ने ऐसे हालात पर सिद्धारमैया को राजनीति नहीं करने की नसीहत दी है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आपके ट्वीट से स्तब्ध हूँ ! आपने बस ट्वीट करके अपील की। वहां जीवन दांव पर हैं। ऐसे में इस मामले में राजनीति मत कीजिए। उन्होंने आगे कहा कि सुरक्षा कारणों के कारण उन लोगों का स्थान और विवरण सार्वजनिक नहीं कर सकते। दूतावास इसे लेकर लगातार मंत्रालय के संपर्क में है।
कांग्रेस नेता ने क्या कहा था?
सूडान में चल रही लड़ाई के बीच वहां फंसे भारतीयों को लेकर कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने चिंता जाहिर की थी। उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा था कि खबर है कि हक्की-पक्की जनजाति के 31 आदिवासी, जोकि कर्नाटक के रहने वाले हैं, वो गृहयुद्ध से परेशान सूडान में फंसे हुए हैं। ट्वीट में उन्होंने आगे कहा कि मैं इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से तत्काल हस्तक्षेप करने और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह करता हूं।
सूडान में गृह युद्ध जैसे हालात
बता दें कि सूडान के दो सबसे शक्तिशाली जनरलों के बीच सत्ता की लड़ाई ने एक भीषण संघर्ष का रुप ले लिया है। सूडान बीते चार दिनों से जल रहा है। सेना और रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच शनिवार को छिड़ी इस जंग ने अब तक 200 से अधिक लोगों की जानें ले ली है।
सूडान में जारी सत्ता के लिए लड़ाई
सूडान की राजधानी खार्तूम में तो हालात काफी बदतर हो गए हैं। यहां गोलीबारी और धमाकों की आवाज रुक-रुक कर सुनाई दे रही है। सूडान में शनिवार को भी ऐसा ही कुछ हुआ, जब सत्ता के संघर्ष की यह लड़ाई राजधानी खार्तूम और आपपास के इलाकों में फैल गई। सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच संघर्ष शुरू हो गया, क्योंकि दोनों ही देश की सत्ता पर कब्जा करना चाहते हैं।
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