दिल्ली। देश में राजधानी दिल्ली, मध्य प्रदेश, पंजाब, बेंगलुरु, पटना, गुड़गांव और नोएडा समेत बड़े कई शहरों में फिल्मी अंदाज में चोरी करके मौके से फरार हो जाने के मामले में चर्चित चोर बंटी को दिल्ली पुलिस ने फिर से गिरफ्तार किया है। पिछले तीन दशकों से काफी चर्चित बंटी उर्फ देविंदर सिंह को लोग सुपर चोर के नाम से ही ज्यादा जानते हैं। बंटी के ऊपर फिल्म ‘लकी ओए! ओए लकी!’ बनी है।
दिल्ली पुलिस ने 500 किलोमीटर तक इसे ट्रैक कर कानपुर से गिरफ्तार कर लिया। इसने 12 अप्रैल की रात को जीके-2 में एक फ्लैट और एक गेस्ट हाउस में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। यह अभी मार्च में ही 10 साल की सजा काटकर केरल जेल से बाहर आया था। जेल से आने के बाद जीके में इसकी पहली चोरी थीं। शुक्रवार को यूपी की सड़कों पर पुलिस के साथ करीब 500 किलोमीटर चूहे-बिल्ली का खेल खेलते हुए बंटी पकड़ा गया।
बिग बॉस में जा चुका है बंटी
बंटी जितना शातिर चोर है उतना ही पॉपुलर भी है। साल 2010 में वो रियलिटी शो बिग बॉस में भी आया था। लेकिन इन बार दिल्ली पुलिस ने उसे दिखा दिया कि अगली बॉस कौन है। 12-13 अप्रैल की आधी रात को 2:30 से 3 बजे के बीच पहले जीके-2 एम ब्लॉक में डॉक्टर प्रिया के फ्लैट से 3 महंगे मोबाइल, पर्स, दो लैपटॉप, जूते, घड़ी और एक बलेनो कार चोरी की। इसके बाद इसने जीके-2 ई-ब्लॉक में एसबीआई के एक गेस्ट हाउस से 5 टीवी सेट टॉप बॉक्स के साथ, प्रिंटर और अन्य सामान चोरी किया। चोरी की शिकायत मिलने के बाद सीआर पार्क थाना पुलिस ने तफ्तीश शुरू की।
पुलिस ने कैसे किया ट्रैक?
पुलिस ने चोरी वाले घर के आसपास के सीसीटीवी खंगाले, जिसमें शख्स को एक टोपी पहने देखा गया। इसके बाद पुलिस ने पड़ताल की और पता चला कि वो अलकनंदा और चित्तरंजन पार्क के रास्ते नोएडा की ओर गया था। वो जिस गाड़ी का इस्तेमाल कर रहा था उसकी नंबर प्लेट से पता चला कि वो भी चोरी की कार थी। पुलिस ने वाहन की सीसीटीवी कैमरे की पहचान के आधार पर कार का कालिंदी कुंज तक पीछा किया, लेकिन आगे नहीं जा सकी। थोड़ी देर बाद चोरी हुए मोबाइल फोन में से एक का स्विच ऑन किया गया और उसकी लोकेशन यूपी में आगरा के पास एक हाईवे पर ट्रैक हुई। पुलिस तुरंत वहां के लिए निकल गई।
पुलिस ने इस दौरान उसकी कार के फास्टैग को ट्रैक किया। कई टोल बूथों पर उसे ट्रैक किया जा रहा है। कार की लोकेशन यूपी की सड़कों पर होते हुए नेपाल की ओर जाती हुई दिखी। इसके बाद पुलिस इटावा में बंटी की कार तक पहुंच गई। लेकिन यहां वो पकड़ में नहीं आया। पुलिस लगातार उसका पीछा कर रही थी, जिसके बाद आखिरकार बंटी को कानपुर देहात में पकड़ लिया गया। पुलिस ने कार की खिड़की के शीशे तोड़कर उसे दबोच लिया।
तिहाड़ जेल भेजा गया बंटी
पुलिस ने उसके पास से कार, दो लैपटॉप, एक मैकबुक, एक राडो घड़ी और दिल्ली पुलिस के पहचान पत्र के अलावा कई अन्य सामान बरामद किए, जिस पर बंटी की फोटो थी। पुलिस इसे दिल्ली लेकर आई। जहां शुक्रवार को इसे कोर्ट में पेश किया गया। वहां से इसे तिहाड़ भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि इसके पास से चोरी का अधिकतर सामान बरामद कर लिया गया है। चोरी की कार भी मिल गई। पुलिस ने बताया कि दिल्ली में ही यह इस तरह से चोरी और सेंधमारी के करीब 300 मामलों में शामिल रहा है। देशभर में इसके 700 से अधिक वारदात करने का अनुमान है।
पिता की डांट से नाराज होकर घर से भागा था
बंटी ने 14 साल की उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रखा था। 1993 में 9वीं क्लास में वो फेल हो गया, जिस पर उसके पिता ने डांट दिया। डांटने से नाराज होकर वो घर से भाग आया। इसके बाद उसकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई। इसके बाद बंटी ने 700 से ज्यादा घरों में सेंधमारी की। वो केवल पेचकस के सहारे से घरों के गेट खोल लेता था। वो नॉर्मल घरों को तो अपना निशाना बनाता ही था साथ में उन घरों में भी सेंधमारी करता था, जहां हाई सिक्योरिटी रहती थी। दो दशकों तक बंटी ने देशभर के कई शहरों में चोरियां की। उसने 2013 में पुणे के एक घर में चोरी की और फिर उसी साल 21 जनवरी को तिरुवनंतपुरम में एक एनआरआई बिजनेसमैन के घर में चोरी की। उसने चोरी का सामान वहां खड़ी मित्सुबिशी आउटलैंडर में छिपा दिया और फरार हो गया। कुछ दिन पहले भी उसने कोच्चि में एक ऐसे ही घर को निशाना बनाया था। एक अधिकारी ने कहा कि बंटी कभी भी चोरी वाली जगह से खाली हाथ नहीं लौटा। उसकी एक और खासियत ये है कि उसने आज तक किसी को कोई चोट नहीं पहुंचाई।
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