दिल्ली। द्वारका में शुक्रवार रात बीजेपी नेता सुरेंद्र मटियाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाइक सवार बदमाशों ने सुरेंद्र के ऑफिस में घुसकर उन्हें एक या दो नहीं, बल्कि 6 गोलियां मारी थी। इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद बदमाश मौका-ए-वारदात से फरार हो गए परिजन उन्हें अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
60 वर्षीय सुरेंद्र मटियाला बीजेपी किसान मोर्चा के नेता के साथ-साथ द्वारका इलाके के पूर्व पार्षद भी थे। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, सुरेंद्र मटियाला 14 अप्रैल की शाम अपने ऑफिस में बैठे हुए थे। तभी दो अज्ञात बदमाश हथियारों के साथ उनके ऑफिस में घुसे आए। इस दौरान दोनों बदमाशों ने सुरेंद्र मटियाला पर फायरिंग कर दीं। गोली लगने के बाद घटनास्थल पर सुरेंद्र के साथ मौजूद दोनों लोगों ने खुद को संभाला और स्वजन को जानकारी दी। मौके पर फौरन बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और सुरेंद्र को द्वारका स्थित आकाश अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
यह पूरी घटना ऑफिस में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने बताया कि सुरेंद्र मटियाला के सीने और पेट समेत शरीर पर पांच से छह गोलियां लगी हैं। उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। द्वारका जिला के डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि हत्यारोपियों को पकड़ने के लिए कई टीमों का गठन किया गया है।
किसान मोर्चा के प्रभारी थे सुरेंद्र
सुरेंद्र के पास इन दिनों नजफगढ़ जिला भाजपा में किसान माेर्चा के प्रभारी का दायित्व था। कृषि से जुड़े तमाम मसलों पर विभिन्न मंचों पर वे अपनी बात मजबूती से रखते थे। मटियाला वार्ड की सीट पर वे भाजपा प्रत्याशी के तौर पर अपनी किस्मत भी आजमा चुके थे। क्षेत्रीय सांसद प्रवेश वर्मा से इनके बड़े मजबूत संबंध थे। अपने मिलनसार स्वभाव के कारण क्षेत्र के लोगों में इनकी काफी पकड़ थी।
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