बैंगलूर। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। चुनाव में किसी भी तरह की धांधली ना हो इसके लिए चुनाव आयोग बराबर सख्ती बरत रहा है। प्रदेश में आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव आयोग द्वारा की ऐसे उपहारों और नगदी की बारामदगी की संख्या में खासी बढ़ोत्तरी हुई है।
चुनाव आयोग द्वारा जब्त की गई नकदी, शराब और उपहारों का मूल्य 100 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। चुनाव आयोग अब तक 792 ऐसी जब्ती कर चुका है। चुनाव आयोग की 100 करोड़ रुपये में की गई जब्ती में शराब ने नगदी को भी पछाड़ दिया है। शराब की कीमत 1.67 करोड़ रुपये थी जबकि नकदी जो बरामद की गई वो 88.5 लाख रुपये थी। पिछले दस दिनों में जब्त की गई शराब की कीमत 26.53 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है। जो इसी अवधि के दौरान जब्त की गई 36.80 करोड़ रुपये की नकदी से कुछ ही करोड़ रुपये कम है।
चुनाव आयोग के अधिकारी के अनुसार यादगिरि निर्वाचन क्षेत्र में स्थिर दस्ते ने 34 लाख रुपये जब्त किए, जबकि बेंगलुरु ग्रामीण जिले के नेलमंगला में 20.9 लाख रुपये के 56 टेलीविजन सेट जब्त किए गए।
चुनाव अधिकारियों को cVIGIL ऐप के जरिए कुल 1,760 शिकायतें मिली थी। इनमें से 1,015 ने बड़े पैमाने पर बिना अनुमति के पोस्टर और बैनर लगाने की शिकायत थी। वहीं नगदी वितरण आग्नेयास्त्रों का प्रदर्शन, शराब का वितरण और डराना-धमकाना अन्य शिकायतें भी दर्ज हुई हैं। याद रहे कर्नाटक में 10 मई को मतदान होगा और वोटों की गिनती 13 मई को होगी।
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