लंदन। ब्रिटेन ने बच्चों से जुड़े निजी डाटा के गैरकानूनी इस्तेमाल समेत कई उल्लंघनों के लिए चीनी वीडियो एप टिकटॉक पर 130.34 करोड़ रुपये (लगभग 1.27 करोड़ पाउंड) का जुर्माना लगाया है। ब्रिटिश निगरानी तंत्र सूचना आयुक्त कार्यालय के मुताबिक टिकटॉक ने अपनी ही नीति के खिलाफ जाते हुए 2020 में 13 साल से कम उम्र के 14 लाख बच्चों को टिकटॉक पर अकाउंट खोलने दिया।
ब्रिटिश सरकार ने यह जुर्माना सभी सरकारी फोनों में टिकटॉक प्रतिबंधित करने के एक महीने बाद लगाया है। ब्रिटिश डाटा संरक्षण कानून के तहत सेवाएं प्रदान करते वक्त 13 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के निजी डाटा का इस्तेमाल करने वाले संगठनों को बच्चों के माता-पिता या देखभाल करने वालों की सहमति लेनी जरूरी है। ब्रिटिश सूचना आयुक्त जॉन एडवर्ड ने कहा, यह सुनिश्चित करने के लिए कानून हैं कि हमारे बच्चे डिजिटल दुनिया में उतने ही सुरक्षित हैं जितने भौतिक दुनिया में हैं। टिकटॉक ने उन कानूनों का पालन नहीं किया। टिकटॉक को इसके बारे में अच्छे से पता होना चाहिए था और उसे इस कानून का पालन करना चाहिए था।
आपत्तियों पर रुख नहीं अपनाया
आईसीओ की जांच के मुताबिक टिकटॉक के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने 13 साल से कम उम्र के बच्चों के प्लेटफार्म पर होने का मुद्दा आंतरिक स्तर पर उठाया था। लेकिन इसके बावजूद इन बच्चों को प्लेटफार्म से हटाया नहीं गया और टिकटॉक का इस्तेमाल करने दिया गया। टिकटॉक ने इन आपत्तियों पर उचित रुख नहीं अपनाया। साथ ही टिकटॉक ने उपभोक्ताओं को यह जानकारी भी नहीं दी कि उनका डाटा कैसे इस्तेमाल होगा। यह भी कानून का उल्लंघन है। टिकटॉक के प्रवक्ता ने बताया कि हम जुर्माने की समीक्षा कर रहे हैं। सभी पहलुओं को समझने के बाद कदम उठाएंगे। टिकटॉक ने उपभोक्ताओं का निजी डाटा चीनी सरकार से साझा करने से साफ इन्कार किया है।
संस्था ने पहले दिया था चुनौती
टिकटॉक के प्रवक्ता ने बताया कि हमारी मजबूत सुरक्षा टीम कस्टमर्स के लिए प्लेटफॉर्म को सुरक्षित रखने में चौबीसों घंटे काम करती है। हालांकि, हम ICO के मई 2018-जुलाई 2020 के फैसले से असहमत हैं। हम खुश हैं कि आज घोषित जुर्माना पिछले साल प्रस्तावित राशि से आधे से कम कर दिया गया है। यूके की संस्था ने टिकटॉक को पहले एक बार चेतावनी दी थी कि टिकटॉक अपने उल्लंघनों के लिए 27 मिलियन पाउंड के जुर्माने का सामना कर सकता है।
ऑस्ट्रेलिया ने भी टिकटॉक के इस्तेमाल पर लगाया प्रतिबंध
उधर, ऑस्ट्रेलिया ने भी सरकारी उपकरणों में चीन के वीडियो एप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही वह अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और न्यूजीलैंड के तथाकथित ‘फाइव आइज’ खुफिया गठबंधन का आखिरी देश बन गया है, जिन्होंने सरकारी उपकरणों में टिकटॉक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया है। अटॉर्नी जनरल मार्क ड्रेफुस ने कहासुरक्षा एजेंसियों की सलाह पर प्रतिबंध जल्द लागू होगा। टिकटॉक पर चीन की प्रौद्योगिकी कंपनी बाइटडांस का मालिकाना हक है। उसका कहना है, वह सरकार के साथ डेटा साझा नहीं करती है।
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