चंडीगढ़। रोडरेज मामले में जेल की सजा काट रहे कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू कल जेल से रिहा हो जाएंगे। कानूनी तौर पर नवजोत सिंह सिद्धू को 18 मई को जेल से रिहा किया जाना था। लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू के अच्छे आचरण के चलते उन्हें पहले छोड़ा जा रहा है। महीने की चार छुट्टियों को मिलाकर सिद्धू 48 दिन पहले ही जेल से बाहर आ जाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई 2022 को सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई थी। 20 मई को सिद्धू ने पटियाला कोर्ट में सरेंडर किया था। सिद्धू ने एक साल में न कोई पैरोल ली और न ही छुट्टी। इससे पहले नवजोत कौर सिद्धू ने अपने पति को मुखातिब हो ट्विटर पर एक भावुक पोस्ट शेयर किया था।
उन्होंने कहा था कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर स्टेज-2 है। उन्होंने लिखा था कि हर दिन बाहर रहकर आपकी रिहाई का इंतजार करना कष्टदायक है। हमेशा की तरह आपके दर्द को दूर करने की कोशिश में हूं। बार-बार आपको न्याय से वंचित देखकर आपका इंतजार कर रही हूं। सच बहुत शक्तिशाली होता है, लेकिन परीक्षा बार-बार होती है। माफ करना, अब आपका इंतजार नहीं कर सकती। इसके लिए किसी को दोष नहीं दिया जा सकता है, क्योंकि यह भगवान की मर्जी है।
34 साल पुराने रोड रेज मामले में थे जेल में बंद
बता दें कि पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट ने 34 साल पुराने रोड रेज मामले में सिद्धू को एक साल सश्रम कैद की सजा सुनाई थी। इससे पहले सुप्रीम ने उनको एक हजार रुपये का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया था। सिद्धू को जब सुप्रीम कोर्ट सजा सुना रहा था उस समय वह हाथी पर सवार होकर महंगाई के मुद्दे पर पटियाला में प्रदर्शन कर रहे थे।
ये था मामला
सिद्धू पर 34 साल पहले पटियाला में सड़क पर हुए विवाद में गुरनाम सिंह के साथ मारपीट करने का आरोप था। गुरनाम सिंह की अस्पताल में मौत हो गई थी। रोडरेज का यह मामला 27 दिसंबर, 1988 का है। नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला में कार से जाते हुए गुरनाम सिंह नाम के एक बुजुर्ग से भिड़ गए थे।
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