इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में गुरुवार को एक बड़ा हादसा हो गया है। रामनवमी के मौके पर इंदौर के स्नेह नगर स्थित श्रीबेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर बने कुए की छत अचानक से धंस गई। जिसके चलते कुए में करीबन 50 लोग गिर गए। हादसे के वक्त मंदिर में रामनवमी पर हवन चल रहा था। अब तक 11 शव बरामद किए गए हैं।
पटेल नगर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में यह हादसा हुआ। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। बावड़ी की छत धंसने की खबर आने के बाद मंदिर के आस-पास उन चिंतित लोगों की भीड़ जुट गई, जिनके परिजन हादसे के वक्त मंदिर में मौजूद थे। पटेल नगर रहवासी संघ के अध्यक्ष कांतिभाई पटेल ने इस बात पर नाराजगी जताई कि हादसे की सूचना दिए जाने के बाद भी मौके पर एक घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची थी।
बावड़ी पर छत डाल कैसे बना दिया गया मंदिर?
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने बताया कि असल में मंदिर को गलत तरीके से बनाया गया था। एक पुरानी बावड़ी के ऊपर छत डालकर मंदिर का स्वरूप दे दिया गया था। करीब एक दशक पहले यह छत डालकर मंदिर बनाया गया था, जो अधिक लोगों का भार नहीं सह पाया।
मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख की सहायता
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्होंने घटना की जांच के निर्देश दिए हैं। मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए राहत राशि दी जाएगी और घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे: मुख्यमंत्री ने हादसे पर दुख जाहिर किया तो पीएम मोदी ने भी शिवराज सिंह चौहान से बात की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
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