नई दिल्ली। राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता जाने के बाद से ही कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। इस बीच केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने विपक्ष पर पलटवार किया। साथ ही उनको आत्मचिंतन की सलाह दी। इसके साथ ही उन्होंने एक ऐसी कहावत का जिक्र कर दिया, जिसको सुनकर कांग्रेस नेता भड़क गए।
राहुल के बयान का जिक्र करते हुए पुरी ने कहा कि वो कहते हैं कि मैं माफी नहीं मांगूंगा क्योंकि मैं सावरकर नहीं हूं। आपको पता है कि सावरकर जी का क्या योगदान रहा है? ये उसी तरह है जैसे कि घोड़ों के साथ गधे की दौड़ हो रही हो। विपक्ष के हंगामे पर उन्होंने कहा कि उन लोगों को आत्मचिंतन करना चाहिए। यहां सब कुछ नियम के मुताबिक हो रहा। कोर्ट का फैसला राहुल के मामले में आया था, उसी आधार पर उनकी सदस्यता गई। देश की सबसे पुरानी पार्टी को कानूनी लड़ाई कोर्ट में ही लड़नी चाहिए।
राहुल ने क्या का था?
दरअसल ‘मोदी सरनेम’ विवाद को लेकर सूरत कोर्ट में आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया गया था। जिसके तहत सूरत कोर्ट ने राहुल को दो साल जेल की सजा सुनाई। इस फैसले के आते ही लोकसभा सचिवायल ने नियम के मुताबिक उनकी सदस्यता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी। इसके बाद कांग्रेस नेताओं के साथ राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि मैं सावरकर नहीं हूं, जो माफी मांग लूं। मैं हार मानने वाला नहीं हूं। मैं मोदी सरकार और अडानी के रिश्ते पर सवाल पूछता रहूंगा।
कांग्रेस का प्रदर्शन जारी
वहीं दूसरी ओर संसद और दिल्ली की सड़कों पर कांग्रेस का प्रदर्शन जारी है। इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कानून को अगर हाथ में लिया जाएगा तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा, किसी को बोलने की आज़ादी नहीं रहेगी और इसलिए हम ये विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अडानी आज जो इतना बड़ा आदमी बन गया है उसपर सरकार क्यों चुप है, हम इस मुद्दे पर JPC चाहते हैं।
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