गाजियाबाद। गाजियाबाद में साहिबाबाद और वैशाली के बीच रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) परियोजना की साइट से 1000 से ज्यादा फिश प्लेट्स चोरी हो गईं। फिश प्लेट्स का काम पटरी के एक भाग को दूसरे से जोड़े रखने का होता है। यह ट्रेनों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करती हैं। इस मामले में काम कर रही एजेंसी की ओर से लिंक रोड पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है। 22 मार्च को एफआईआर दर्ज होने के बाद यह मामला सामने आया है।
आरआरटीएस के फिश प्लेट्स चोरी होने के मामले में साहिबाबाद के एसीपी भास्कर वर्मा ने कहा है कि प्रोजेक्ट में काम कर रहे ठेकेदार से इस प्रकार की जानकारी मिली है। ठेकेदार ने हमें बताया कि लिंक रोड थाना क्षेत्र में आरआरटीएस साइट से फिश प्लेट्स गायब हो गईं। हमने आईपीसी की धारा 379 (चोरी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। संदिग्धों की पड़ताल के लिए टीमों का गठन किया गया है। गाजियाबाद से आया यह मामला अब चर्चा का विषय बन गया है। फिश प्लेट्स को खोले जाने को लेकर सवाल किए जाने लगे हैं।
82 किलोमीटर लंबा है आरआरटीएस प्रोजेक्ट
आरआरटीएस प्रोजेक्ट दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ के बीच विकसित किया जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) की ओर से करीब 30,274 करोड़ रुपए की लागत से इस परियोजना को तैयार कराया जा रहा है। 82 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में रैपिड रेल का परिचालन किया जाएगा। यह परियोजना तीन शहरों को जोड़ेगी और राजधानी में बढ़ने वाले जनसंख्या घनत्व को कम करने में भी मदद करेगी। इस योजना के तहत हाई स्पीड ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। आरआरटीएस प्रोजेक्ट के तहत ट्रैक एलिवेटेड और अंडरग्राउंड दोनों तैयार किए जा रहे हैं। इससे दिल्ली से मेरठ मिनटों में पहुंचा जा सकेगा।
आरआरटीएस प्रोजेक्ट स्थल से फिश प्लेट की चोरी के मामले पर एनसीआरटीसी के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर के तहत, 2 मार्च को एक निरीक्षण के दौरान 687 प्लेटें गायब पाई गईं। 7 मार्च को अधिकारियों ने एक बार फिर निरीक्षण के दौरान और 687 प्लेटें गायब पाई गईं। इसकी शिकायत ट्रैक बिछाने के काम में लगी निजी कंपनी के अधिकारियों की ओर से की गई थी।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारियों के अनुसार, आरआरटीएस परियोजना में उपयोग की जाने वाली फिश प्लेटें मेटल से बनी होती हैं। जिस स्थान पर चोरी हुई हैं, वह स्थल करीब 10 मीटर ऊंचाई है। इसी स्थिति ने हर किसी को परेशान कर दिया है।
लगातार चोरों का निशाना बन रहे प्रोजेक्ट
गाजियाबाद में विकसित हो रहे प्रोजेक्ट लगातार चोरों के निशाने पर हैं। कई पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को बदमाशों और चोरों ने निशाना बनाया है। पिछले दिनों अज्ञात संदिग्ध ने हिंडन एलिवेटेड रोड पर नए लगाए गए सीसीटीवी सिस्टम के फाइबर ऑप्टिक केबल को क्षतिग्रस्त कर दिया था। गाजियाबाद पुलिस विभाग की ओर से हिंडन एलिवेटेड रोड पर 45 सीसीटीवी कैमरों की निगरानी के लिए एक नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन के एक दिन बाद यह घटना घटना घटी थी।
बदमाशों ने कौशांबी और हज हाउस के बीच 27 स्थानों पर 9 किलोमीटर के क्षेत्र में सीसीटीवी के फाइबर ऑप्टिक केबल को नुकसान पहुंचाया। यह घटना 16 मार्च की बताई जा रही है। इस मामले में इंदिरापुरम थाने में चोरी की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
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