अडानी के बाद अब किसे निशाना बनाएगा हिंडनबर्ग? जल्द आ रही है नई रिपोर्ट

नई दिल्ली। अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की अडानी ग्रुप के खिलाफ आई रिपोर्ट का तूफान अभी थमा नहीं है। इस बीच हिंडनबर्ग एक और बड़ा बम फोड़ने जा रहा है।

हिंडनबर्ग रिसर्च जल्द ही एक और टारगेट पर नई रिपोर्ट जारी करेगा। नाथन एंडरसन की इस फर्म ने कुछ घंटों पहले एक ट्वीट में इसकी जानकारी साझा की है। हालांकि अपने ट्वीट में फर्म ने ना किसी का नाम लिया और ना ही डिटेल शेयर की है। बस ट्वीट में ‘नई रिपोर्ट जल्द- एक और बड़ी रिपोर्ट’ लिखा है।

बाजार में फिर मची ट्वीट से हलचल
न्यूयॉर्क की रिसर्च फर्म के लेटेस्ट ट्वीट ने एक बार फिर बाजार में हलचल मचा दी है। हालांकि फर्म ने अपने ट्वीट ने अगली रिपोर्ट के जारी होने के समय या रिपोर्ट किससे जुड़ी है इसकी कोई जानकारी नहीं दी है। लेकिन एक ट्वीट के बाद दुनिया के बड़े-बड़े उद्योगपति टेंशन में आ गए हैं।

कई कंपनियों की लुटिया डुबो चुका है हिंडनबर्ग
अडानी पहली कंपनी नहीं है, जिसे लेकर हिंडनबर्ग ने रिपोर्ट निकाली है। इससे पहले भी वो कई बड़ी कंपनियों के खिलाफ ऐसी रिपोर्ट जारी कर चुका है। हिंडनबर्ग ने Nikola, SCWORX , Genius Brand, Ideanomic , उसने विंस फाइनेंस, जीनियस ब्रांड्स, SC Wrox, एचएफ फूड, ब्लूम एनर्जी, Aphria, ट्विटर इंक जैसी कंपनियों के खिलाफ रिपोर्ट निकाली है। साल 2020 में करीब 16 रिपोर्ट जारी किए थे। इन रिपोर्ट के कारण कंपनियों के शेयरों में औसत तौर पर 15 फीसदी की गिरावट आई थी। हिंडनबर्ग पहले कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट निकालती है फिर जब कंपनी के शेयर गिर जाते हैं तो वो उसे खरीदकर ये प्रॉफिट कमाती है।

क्या है हिंडनबर्ग रिसर्च?
हिंडनबर्ग रिसर्च एक वित्तीय शोध करने वाली कंपनी है जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव मार्केट के आंकड़ों का विश्लेषण करती है। इसकी स्थापना साल 2017 में नाथन एंडरसन ने की है। हिंडनबर्ग रिसर्च हेज फंड का कारोबार भी करती है। इसे कॉरपोरेट जगत की गतिविधियों के बारे में खुलासा करने के लिए जाना जाता है। इस कंपनी का नाम हिंडनबर्ग आपदा पर आधारित है जो 1937 में हुई थी, जब एक जर्मन यात्री हवाई पोत में आग लग गई थी, जिसमें 35 लोग मारे गए थे।

कंपनी यह पता लगती है कि क्या शेयर मार्केट में कहीं गलत तरीके से पैसों की हेरा-फेरी तो नहीं हो रही है? क्या कोई कंपनी अकाउंट मिसमैनेजमेंट तो खुद को बड़ा नहीं दिखा रही है? क्या कंपनी अपने फायदे के लिए शेयर मार्केट में गलत तरह से दूसरी कंपनियों के शेयर को बेट लगाकर नुकसान तो नहीं पहुंचा रही?

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