यूपी सरकार 500 खिलाड़ियों को देगी सरकारी नौकरी, सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया ऐलान

सीएम योगी

लखनऊ। यूपी के 500 से अधिक उत्कृष्ट खिलाड़ियों को विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दी जाएगी। पीएसी 35वीं वाहिनी स्टेडियम में अखिल भारतीय पुलिस एथलेटिक्स चैंपियनशिप का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि पुलिस खेल कुंभ युवा शक्ति को खेलकूद की गतिविधियों से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगा।

35वीं वाहिनी पीएसी स्टेडियम में मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी व्यक्ति के विकास में खेल की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। भारत की ऋषि मनीषा इस बात पर विश्वास करती रही है कि शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम। जितने भी हमारे जीवन के साधन हैं वह स्वस्थ शरीर से ही सम्पन्न हो सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में पिछले नौ वर्षों के अंदर देश में खेल संस्कृति को हमने बढ़ते हुए देखा है। एसएसबी महानिदेशक रश्मि शुक्ला, उप्र पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान, एसएसबी महानिरीक्षक रत्न संजय मौजूद रहे।

सीएम ने अवार्डी खिलाड़ियों को सौंपी मशाल उद्घाटन समारोह में हिस्सा ले रही सभी टीमों ने आकर्षक मार्च पास्ट कर मुख्य अतिथि को सलामी दी। एसएसबी के खिलाड़ी गगन ने मशाल मुख्यमंत्री को सौंपी। मुख्यमंत्री ने यह मशाल हाल ही में पैदल का नया राष्ट्रीय रिकार्ड बनाने वाली एसएसबी की मंजू और विश्व पुलिस में पदक जीत चुके अनूप को सौंपी।

उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की सुविधाओं को बढ़ाने के साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वालों को यूपी पुलिस और शासन की विभिन्न सेवाओं से जोड़ेंगे। हम 500 से अधिक खिलाड़ियों को नौकरी देने जा रहे हैं। सीएम ने यह भी कहा कि पुलिस बल की यह ताकत होनी चाहिए कि जब देश या राज्य के अंदर कानून व्यवस्था का संकट आए तो वे पूरी ताकत से सुरक्षा दें।

नौ वर्षों में खेल संस्कृति को दी रफ्तार
सीएम योगी ने सशस्त्र सीमा बल के नेतृत्व में पीएसी 35वीं वाहिनी महानगर के ग्राउंड पर आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस आयोजन में 32 राज्यों के 1300 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, जो इस कार्यक्रम की सफलता को बताता है। किसी व्यक्ति के सर्वांगीण विकास में खेल की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है।

भारत की ऋषि मनीषा इस बात पर विश्वास करती रही हैं कि शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम। यानी जितने भी हमारे जीवन के साधन हैं, वे स्वस्थ शरीर से ही संपन्न हो सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में पिछले नौ वर्षों के अंदर देश में खेल संस्कृति को हमने तेजी से बढ़ते हुए देखा है।

Exit mobile version