बरेली। हिंदूवादी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने जैसी मांगों पर राष्ट्रपति से मिलने के लिए दिल्ली कूच से पहले इत्तेहादे मिल्लत कौंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा समेत चार लोगों को नजरबंद कर दिया गया। डीएम के आदेश पर इनके घर के बाहर भारी भरकम फोर्स लगा दी गई है।
मौलाना तौकीर रजा ने मुस्लिमों के खिलाफ कथित नफरत बढ़ाने, मॉब लिंचिग, मस्जिदों-मदरसों की सुरक्षा और हिंदूवादी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने शहर के झुमका चौराहे से बुधवार दोपहर 12 बजे दिल्ली कूच का आह्वान किया है। तर्क है कि राष्ट्रपति से मुलाकात का वक्त लेकर ज्ञापन दिया जाएगा। तौकीर के मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी की ओर से जारी इस आह्वान के बाद पुलिस प्रशासन चौकन्ना हो गया। डीएम के आदेश पर मंगलवार रात तौकीर रजा, मुनीर इदरीशी, डॉ. नफीस और नदीम को उनके घर में 72 घंटे के लिए नजरबंद कर दिया गया। सीओ सिटी प्रथम श्वेता यादव, सीओ टू राजकुमार मिश्रा, कोतवाल हिमांशु निगम तौकीर रजा के आवास पर पहुंचे और उन्हें डीएम के आदेश से अवगत कराया।
दरगाह के आसपास का इलाका बनाया छावनी
नजरबंदी के फरमान के साथ ही बिहारीपुर स्थित दरगाह आला हजरत के आसपास के इलाके को छावनी बना दिया गया है। तौकीर रजा व अन्य के घर यहां आसपास ही हैं। कोतवाली से लेकर किला व आसपास के थानों के प्रभारी और पुलिस इस क्षेत्र में लगा दिए गए। किला थाना प्रभारी राजीव कुमार बिहरीपुर चौकी पर कैंप कर रहे हैं। जरूरत के हिसाब से पुलिस लाइन में पीएसी व अन्य स्टाफ को भी अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया गया है।
मौलाना तौकीर रजा पर हाल ही में विवादित बयान देने के आरोप में मुरादाबाद में मुकदमा दर्ज किया गया है। दरअसल मौलाना तौकीर रजा ने 15 मार्च से बरेली से प्रस्तावित अपनी तिरंगा यात्रा के लिए संपर्क कार्यक्रम के दौरान 11 मार्च को मुरादाबाद में प्रेसवार्ता की थी। इसी में उन्होंने प्रधानमंत्री की तुलना धृतराष्ट्र से की थी। कहा था कि खालिस्तान की मांग करने वालों की तरह ही हिन्दू राष्ट्र की मांग करने वाले हिन्दू संगठनों पर भी देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो। मौलाना तौकीर ने प्रधानमंत्री के सबका साथ, सबका विकास के नारे को भी झूठा बताया था और आरोप लगाया था कि मोदी सरकार मुसलमानों के साथ न्याय नहीं कर रही है। मुसलमानों की हत्या करने वालों के घर भी बुल्डोजर चलना चाहिए। उनका यह बयान काफी वायरल हुआ था।
एसएचओ नागफनी जसपाल सिंह ग्वाल ने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर दांग चौकी प्रभारी ओमपाल सिंह ने मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ समाज में शत्रुता बढा़ने, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने और आपत्तिजनक टिप्पणी आदि के मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। उधर, एफआईआर दर्ज होने के बाद बरेली में पलटवार करते हुए आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि, कातिलों पर कार्रवाई नहीं हो रही। अगर हम उनके विरोध में निकल रहे हैं, तो हमारे ऊपर मुकदमा लिखा जा रहा है। जेल का खौफ दिखाकर उन्हें रोकने की कोशिश हो रही है। मौलाना ने कहा कि हिंदूवादी संगठन देश का बंटवारा करने में लगे हैं, जो मैं होने नहीं दूंगा। मेरे बयान में कुछ गलत है, तो मुझे गिरफ्तार किया जाना चाहिए। हल्की धाराओं में मुकदमा लिखकर मेरा अपमान किया। कार्रवाई ही करनी थी तो मेरे ऊपर देशद्रोह का मुकदमा या यूएपीए लगाते। मौलाना ने कहा है कि राष्ट्रपति से मुलाकात करने से रोकने की कोशिश हो रही है।
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