नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने 6 यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक कर दिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ये चैनल खालिस्तान समर्थक कंटेंट को बढ़ावा दे रहे थे। उन्होंने कहा, “कथित रूप से खालिस्तान समर्थक भावनाओं को बढ़ावा देने वाले कम से कम छह YouTube चैनलों को सरकार के इशारे पर ब्लॉक कर दिया गया है।”
सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्वा चंद्रा ने कहा कि पिछले 10 दिनों में विदेशों से संचालित छह से आठ YouTube चैनल ब्लॉक कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाबी भाषा में वीडियो कंटेंट बनाने वाले चैनल सीमावर्ती राज्य में परेशानी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार की यह कार्रवाई कट्टरपंथी खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थकों द्वारा अपने एक सहयोगी की रिहाई की मांग को लेकर अजनाला के एक पुलिस थाने में तलवारों और बंदूकों के साथ धावा बोलने के बाद आई है।
अमृतपाल सिंह को पिछले साल आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले के पैतृक गांव मोगा के रोड में आयोजित एक कार्यक्रम में ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख नियुक्त किया गया था। ‘वारिस पंजाब दे’ की स्थापना अभिनेता और कार्यकर्ता दिवंगत दीप सिद्धू ने की थी।
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि YouTube 48 घंटों के भीतर चैनलों को ब्लॉक करने के सरकार के अनुरोध पर कार्रवाई कर रहा है। अधिकारी ने कहा कि सरकार ने यूट्यूब से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एल्गोरिद्म का इस्तेमाल करने के लिए भी कहा है ताकि आपत्तिजनक कंटेंट की पहचान की जा सके और उसे ब्लॉक किया जा सके।
हालांकि भारत के लिहाज से, YouTube को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वह इसलिए क्योंकि वीडियो कंटेंट को क्षेत्रीय भाषाओं में अपलोड किया जा रहा है और YouTube का सिस्टम फिलहाल अंग्रेजी भाषा के कंटेंट को ही पहचानने में सक्षम है।
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