मेरठ। ‘यूपी में बाबा’ का पार्ट-3 रिलीज हो गया है। मेरठ की कवियित्री अनामिका जैन अंबर ने नेहा सिंह राठौर पर पलटवार किया है। सोशल मीडिया पर इस गीत की खूब चर्चा हो रही है।
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के वक्त अनामिका अंबर ने गायिका नेहा सिंह राठौर के गीत ‘यूपी में का बा’ पर पलटवार करते हुए ‘यूपी में बाबा हैं’ गीत लॉन्च किया। हाल में नेहा सिंह राठौर ने यूपी में का बा का नया पार्ट रिलीज किया था। तो अब अनामिका ने नया वर्जन जारी किया है। कवियित्री बताती हैं कि लोग जो आरोप लगाते हैं। उस आरोप के सामने एक विश्वास जीतता है और ये विश्वास लोगों के भीतर है। कुछ लोग जो अपना विश्वास दिखाना चाहते हैं, बताना चाहते हैं। विश्वास को मैंने इस गीत में लिखा है। इन पंक्तियों के जरिए बुरे को बुरा कहा है। मैंने भला भले को बोला। सुन ले देश में दाव लगा के, कभी न खुद को तोला। पहले भी जो सही था उसको सही कहा।
गीत का अर्थ
अनामिक अंबर कहती हैं कि भारत मां की सेवा करने के लिए हर व्यक्ति चाहे राजनेता है चाहे वो अभिनेता है या कोई भी है। जो भी राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रप्रेम की बात करेगा। देश के लिए जो अपने कार्य करेगा मेरी लेखनी उसके पक्ष में लिखती रहेगी। उसके कामों की प्रशंसा इसीलिए करती रहेगी ताकि इसी तरह के काम और आगे होते रहें। और प्रोत्साहन देती रहेगी।
जानिए कौन हैं अनामिका अंबर
अनामिका ने मेरठ सदर निवासी कवि सौरभ जैन सुमन से प्रेम विवाह किया है। दोनों के 2 बेटे हैं। अनामिका के पति सौरभ भी कवि हैं। दोनों की मुलाकात कवि सम्मेलनों के दौरान हुई और बाद में शादी कर ली। कवियुगल के नाम से मशहूर ये जोड़ी मेरठ में अपना एक किड्स स्कूल भी संचालित करते हैं।
अनामिका अंबर ने 2019 में लोकसभा चुनाव के लिए टिकट की दावेदारी की थी, बाद में उन्होंने टिकट नहीं लिया और चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। देश के विभिन्न मंचों पर कविता पाठ कर चुकी हैं। उनकी कई कविताएं काफी प्रसिद्ध हैं। 2022 यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान यूपी में बाबा हैं यूपी में बाबा गाकर सबसे ज्यादा लाइम लाइट में आईं। पिछले दिनों अनामिका अंबर बिहार समारोह में कवि सम्मेलन में कविता पाठ करने गई थीं। लेकिन उन्हें भाजपाई मानते हुए काव्यपाठ से रोका गया। इसका काफी विरोध हुआ था।
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