प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के उमेश पाल मर्डर केस के मामले में पुलिस ने आरोपी अरबाज को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है हालाँकि अतीक अहमद के बेटों का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है। इस मामले को लेकर अतीक अहमद की पत्नी ने इलाहबाद जिला अदालत में याचिका लगाई है।
उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने धूमनगंज पुलिस स्टेशन में अतीक अहमद, उनके भाई खालिद अज़ीम, अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, उनके बेटों, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम और अतीक अहमद के अन्य अज्ञात सहयोगियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले की जांच में जुटी उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस ने 20 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। मामले से जुड़े संदिग्धों में जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन, अहजाम समेत उनके दो बेटे और एक नाबालिग समेत उनके पांच सहयोगी शामिल हैं।
जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने इलाहाबाद जिला अदालत में याचिका दायर की है। याचिका में उसने दावा किया है कि जब से उसके दो बेटों को पुलिस ले गई है, तब से उनके बारे में कोई अपडेट नहीं है। मामले की सुनवाई आज कोर्ट में होगी। उमेश पाल की विधवा जया और उसकी मां शांति पाल दोनों ने आरोप लगाया है कि अहमद और उसके परिजन उसकी हत्या के लिए जिम्मेदार थे। पूर्व सांसद के बेटों को भी हत्याकांड में आरोपी बनाया गया है।
एक आरोपी की मौत
उमेश पाल हत्याकांड में एक प्रमुख घटनाक्रम में सोमवार को प्रयागराज के धूमनगंज में नेहरू पार्क इलाके के पास हुई मुठभेड़ में एक आरोपी को गोली मार दी गई थी। आरोपी की पहचान अरबाज के रूप में हुई है। वह उमेश पाल की हत्या में इस्तेमाल की गई कार चला रहा था, जो बसपा विधायक राजु पाल की हत्या सहित कई मामलों में मुख्य गवाह था। पुलिस ने कहा कि मुठभेड़ के बाद अरबाज घायल हो गया था और उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा, “आरोपी अरबाज को आज प्रयागराज के धूमनगंज में नेहरू पार्क के पास हुई मुठभेड़ के दौरान गोली मार दी गई थी। वह (उमेश पाल की) हत्या में इस्तेमाल की गई कार चला रहा था और उसे भी गोली मार दी गई थी।
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