लंदन। ब्रिटेन के सांसद बॉब ब्लैकमेन ने प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमाल का काम किया है। इसके अलावा ब्लैकमेन ने पाकिस्तान को भी आड़े हाथों लिया और उसे आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने की सलाह दे डाली।
कंजरवेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमेन ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को बदलने के लिए कमाल का काम किया है। भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। भारत दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश बनने वाला है और यह दुनिया का सबसे लोकतंत्र भी है। उन्होंने कहा कि जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को आर्थिक शक्ति बनाया और अब वह बतौर प्रधानमंत्री देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर रहे हैं।
बीजेपी को बताया साझेदार
बॉब ब्लैकमेन ने न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में भारतीय जनता पार्टी को अपनी पार्टी कंजरवेटिव पार्टी की प्राकृतिक सहयोगी बताया और दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों की वकालत की। ब्लैकमेन ने कहा कि जहां तक मुझे लगता है, मैं भाजपा का लंबे समय से समर्थक रहा है। मुझे लगता है कि भाजपा और ब्रिटेन की कंजरवेटिव पार्टी सहयोगी हैं। जिस तरह ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी है, उसी तरह भारत में भाजपा है।
पाकिस्तान को लेकर कही बड़ी बात
बॉब ब्लैकमेन ने भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान और खराब आर्थिक हालत को लेकर भी बातचीत की। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान को अपनी जमीन पर चल रहे आतंकी कैंपों को खत्म करना होगा। ब्लैकमेन ने पीओके को गैरकानूनी रूप से कब्जा किया गया कश्मीर कहकर संबोधित किया। ब्लैकमेन ने कहा कि पाकिस्तान को पहले अपनी जमीन पर चलने वाले आतंकी कैंपों को खत्म करना होगा। खासकर गैरकानूनी रूप से कब्जाए कश्मीर से आतंकी कैंपों को खत्म करना होगा, उसके बाद ही शांति हो सकती है।
ब्लैकमेन ने कहा कि अफगानिस्तान से सेना वापस बुलाने का अमेरिका का फैसला भी एक गलती थी। ब्रिटिश सांसद ने कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान गैरकानूनी ड्रग्स के व्यापार का हिस्सा हैं। पाकिस्तान की खराब आर्थिक स्थिति पर ब्लैकमेन ने कहा कि मेरी पाकिस्तान को सलाह है कि उन्हें आईएमएफ की बात सुननी चाहिए। उन्हें अपनी अर्थव्यवस्था को सही करना होगा और दुनिया भर में पैसे और समर्थन की मांग करने से कोई फायदा नहीं होगा।