गाजियाबाद। लिफ्ट में फंसने से कोई भी शख्स परेशान हो जाता है। खासकर वह महिला या बच्चा हो तो और मामला गंभीर हो सकता है। ऐसा ही एक मामला इंदिरापुरम स्थित शिप्रा नियो सोसायटी में मंगलवार सुबह एक घरेलू सहायिका करीब आधे घंटे तक फंसी रही। सोसायटी के लोगों व सुरक्षा गार्डों ने कड़ी मशक्कत के बाद महिला को बाहर निकाला। इस घटना के बाद महिला बीमार पड़ गई है।
छिजारसी की रहने वाली सिंगारी इंदिरापुरम के शिप्रा नियो सोसायटी में घरेलू सहायिका काम काम करती हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह वह एक फ्लैट में खाना बनाने के बाद ए – ब्लाक में 14वीं मंजिल के एक फ्लैट में खाना बनाने जा रहीं थी। ऊपर जाने के दौरान छठीं और सातवीं मंजिल के बीच में लिफ्ट फंस गई। सिंगारी ने बताया कि लिफ्ट में लाइट थी। इसके बाद भी लिफ्ट नहीं चल रही थी। काफी देर तक लिफ्ट न चलने पर वह परेशान होने लगीं। उसके हाथ पैर कांपने लगे। रोते हुए उन्होंने शोर मचाना शुरू किया। लोगों ने उनकी आवाज सुनी तो सुरक्षा गार्ड व रखरखाव आफिस में सूचना दिया।
नहीं था लिफ्ट आपरेटर
लोगों ने बताया कि सोसायटी में नियमित सुबह नौ बजे लिफ्ट ऑपरेटर आ जाता है,लेकिन मंगलवार को 10 बजे के बाद आया। सोसायटी के लोगों, सुरक्षा गार्डों व अन्य ने कड़ी मशक्कत के बाद लिफ्ट से सिंगारी को बाहर निकाला। करीब आधे घंटे तक महिला लिफ्ट में फंसी रही। बाहर निकलने के बाद महिला रोती हुई सोसायटी से बाहर चली गई।
बीमार हुईं सिंगारी
लिफ्ट में फंसने की घटना के बाद से सिंगारी डरी हुई है। उनका कहना है कि वह बहुत ज्यादा डर गईं थी। धड़कनें तेज होने के साथ हाथ पैर कांपने लगे थे। घर आने के बाद वह लेट गईं। इसके बाद उन्हें बुखार हो गई। उन्होंने दवा खाई तो शाम तक आराम मिला। उनका कहना है कि वह अब लिफ्ट में नहीं चढ़ेंगी। वहीं सोसायटी के रखरखाव प्रभारी हाजी अली का कहना है कि लिफ्ट का गेट खराब हो गया था, जिसकी वजह से लिफ्ट नहीं खुल पा रही थी। सिर्फ 10 मिनट तक महिला लिफ्ट में फंसी रही थी।
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