नई दिल्ली। टाटा समूह ने मंगलवार को फ्रांस और अमेरिका की कंपनियों के साथ ऐतिहासिक विमान समझौता किया है। टाटा ग्रुप की कंपनी एअर इंडिया ने 470 विमानों की खरीद का ऑर्डर देने के साथ ही इतिहास कायम कर दिया है। इस ऑर्डर का दायरा इसी बात से समझा जा सकता है कि इस डील के सील होने पर चार देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने एक दूसरे को बधाई दी है।इसमें पीएम मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक शामिल हैं।
एयर इंडिया लगभग 470 नए विमान खरीदने जा रही है। फ्रांस की एयरबस (Air Bus) से एयर इंडिया 250 नए एयरक्राफ्ट खरीदेगी। वहीं, अमेरिका के बोइंग (Boeing Aircrafts) से उसने 220 विमानों के लिए समझौता किया है। एयर इंडिया 34 अरब डॉलर में 220 विमान खरीदेगी। इसके अलावा 70 और विमान खरीदने का विकल्प होगा। इससे कुल सौदा 45.9 अरब डॉलर बैठेगा। सबसे बड़े विमानन सौदों में से एक में एयरबस से 250 विमान खरीदेगा। इस सौदे में 40 ए350 चौड़े और लंबी दूरी के विमान और 210 संकीर्ण आकार के विमान शामिल हैं।
टाटा ग्रुप की एअर इंडिया ने क्या क्या खरीदा है?
इस ऑर्डर में 40 एयरबस A350s, 20 बोइंग 787s और 10 बोइंग 777-9s चौड़े बॉडी साइज वाले विमान, साथ ही 210 Airbus A320/321 Neos और 190 बोइंग 737 MAX सिंगल-आइज़ल विमान शामिल हैं।
किसी भी एयरलाइन द्वारा, कहीं भी, कभी भी दिया गया सबसे बड़ा ऑर्डर
एअर इंडिया के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने कहा कि यह न केवल किसी भी भारतीय एयरलाइन कंपनी द्वारा दिया गया सबसे बड़ा ऑर्डर है बल्कि किसी भी एयरलाइन द्वारा, कहीं भी, कभी भी दिया गया सबसे बड़ा एकल विमान ऑर्डर है। ये ऑर्डर भारत के असाधारण पैमाने और विकास के अवसर के अद्वितीय मौके की गवाही देता है।
टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने मंगलवार को एयर इंडिया के बारे में बात करते हुए कहा कि इस परियोजना में बहुत सारी भावनाएं शामिल हैं। एक अरब लोग चाहते हैं कि एयर इंडिया बहुत सफल हो। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रतन टाटा, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और अन्य नेताओं के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा कि एयर इंडिया बड़े पैमाने पर बदलाव की योजना से गुजर रही है।
दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एविएशन हब बनने को भारत तैयार
एयरबस और एअर इंडिया समझौते के अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एविएशन हब बनने को तैयार है। यह समझौता भारत और फ्रांस के गहराते संबंधों के साथ ही भारत की नागरिक उड्डयन सेक्टर की सफलताओं को बताता है। भारत सरकार नागरिक उड्डयन सेक्टर को मजबूत करने पर खास ध्यान दे रही है। पिछले आठ वर्षों में भारत में हवाई अड्डों की संख्या 74 से बढ़कर 147 हो गई है। इससे लोगों के आर्थिक और समाजिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है।
पीएम ने आगे कहा कि कई आकलनों के मुताबिक अगले 15 वर्षों में भारत को दो हजार विमानों की जरूरत होगी। भारत में ‘मेक इन इंडिया-मेक फार द वर्ल्ड’ एयरोस्पेस मैन्यूफैक्च¨रग को लेकर अवसरों के नए द्वार खुल रहे हैं। उन्होंने एयर इंडिया और एयरबस समझौते को भारत-फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी की भी उपलब्धि बताई। उन्होंने यह भी बताया कि फ्रांस की एक और कंपनी साफरान विमानों के इंजन की सर्विस के लिए भारत में सुविधा स्थापित कर रही है।
अमेरिका के 44 राज्यों में दस लाख से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे
पीएम मोदी की देर रात अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से टेलीफोन पर वार्ता हुई है। दोनों नेताओं ने बोइंग व एअर इंडिया के समझौते को ऐतिहासिक बताया, जो मौजूदा रणनीतिक रिश्ते को और गहरा करेगा व रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति की तरफ से जारी बयान में इस समझौते को वैश्विक मैन्यूफैक्चरिंग के मानचित्र पर अमेरिका की बढ़ती ताकत के तौर पर पेश किया गया है। इससे अमेरिका के 44 राज्यों में दस लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होने की बात कही गई है। इसमें से बड़ी संख्या में रोजगार उन लोगों को मिलेगा जिन्होंने उच्च शिक्षा भी हासिल नहीं की है। साथ ही इससे भारत-अमेरिका के मौजूदा आर्थिक साझेदारी को और मजबूत किया जाएगा।
वेल्स व डर्बीशायर इलाके में सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा
ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने कहा है कि एअर इंडिया को जो विमान एयरबस देगी, उसके लिए कई अहम हिस्सों का निर्माण ब्रिटेन में होगा। इससे खासतौर पर वेल्स व डर्बीशायर इलाके में सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस सौदे से ब्रिटेन का एयरोस्पेस बाजार आसमान की ऊंचाइयों को छुएगा।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट से जारी एक बयान के अनुसार भारत एक प्रमुख आर्थिक शक्ति है, जिसके 2050 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान है, इसमें मिडिल क्लास की भागीदारी अहम होगी। हम वर्तमान में भारत के साथ एक मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं जो हमारे व्यापारिक रिश्तों को नई उंचाई पर ले जाएगा। ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और बिजनेस व ट्रेड सचिव केमी बडेनोच ने एयर इंडिया के लिए नए विमान प्रदान करने के लिए एयरबस और रोल्स-रॉयस के लिए एक महत्वपूर्ण सौदे का स्वागत किया है। यह सौदा अरबों पाउंड का है। बता दें कि एयरबस का ऑपरेशन ब्रिटेन और फ्रांस दोनों ही देशों में है।
वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि यह समझौता फ्रांस की कंपनियों की भारतीय बाजार को लेकर प्रतिबद्धता को दिखाता है जो एविएशन के अलावा भी दूसरे क्षेत्रों मे काम करने को तैयार हैं। हमने भारत के साथ बहुत कुछ हासिल किया है। हमारे पास इसे और आगे ले जाने का ऐतिहासिक मौका है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा कि महामारी के खत्म होने के बाद से दोनों देशों के बीच अधिक आदान-प्रदान होना चाहिए। छात्रों, वैज्ञानिकों, कलाकारों, व्यापारियों, महिलाओं, पर्यटकों का फ्रांस में स्वागत है। मैं सभी को फ्रांस-भारत की दोस्ती का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। उन्होंने इस समझौते को भारत-फ्रांस के गहरे रणनीतिक रिश्ते में मील का पत्थर करार दिया।
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