कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई। इस मामले में अब एसडीएम, कानूनगो, थाना प्रभारी और लेखपाल समेत 40 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
मैथा तहसील के मड़ौली गांव में कृष्ण गोपाल दीक्षित के खिलाफ गांव के ही एक शख्स ने अवैध कब्जा करने की शिकायत की थी। सोमवार को एसडीएम के साथ पुलिस और राजस्व की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची थीं। जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम के सामने कब्जेदार की झोपड़ी में संदिग्ध हालत में आग लग गई। यह देख कृष्णगोपाल दीक्षित की पत्नी प्रमिला दीक्षित (45) और बेटी शिवा (22) दौड़कर झोपड़ी में घुस गईं। दोनों को लपटों के बीच घिरा देख कृष्णगोपाल दीक्षित व रुरा थाना प्रभारी दिनेश गौतम दौड़े। दोनों मां-बेटी को बचाने के कोशिश में झुलस गए। हादसे में मां-बेटी व कई बकरियों की मौत हो गई।
परिवार का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव के दबंगों के साथ मिलकर हमारी झोपड़ी में आग लगा दी थी। जिसमें हम लोग बच कर निकल आए, लेकिन हमारी मां और बहन की मौत हो गई। कानपुर देहात के SP बीबीजीटीएस मूर्ति ने कहा, “एसडीएम व अन्य कर्मचारी अवैध कब्जा हटाने गए थे। इस दौरान कुछ लोग विरोध कर रहे थे। महिला और उनकी बेटी भी प्रदर्शन में शामिल थीं। विरोध करते-करते उन दोनों ने खुद को झोपड़ी के अंदर बंद कर लिया। थोड़ी देर के बाद झोपड़ी के अंदर आग लग गई। इसमें महिला और उनकी बेटी की मौत हो गई है। आग लगने का कारण का पता लगाया जा रहा है।”
इन धाराओं में मुकदमा दर्ज
एसडीएम, कानूनगो, थाना प्रभारी और लेखपाल पर एफआईआर दर्ज की गई है। 302, 307,436,429,323,34 इन धाराओं में 11 नामजद और 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। एसडीएम मैंथा, थाना प्रभारी रूरा, लेखपाल, कानूनगो, 3 अन्य लेखपाल, अशोक दीक्षित, अनिल दिक्षित, निर्मल दिक्षित, विशाल, जीसीबी ड्राइवर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। एसडीएम मैंथा – ज्ञानेश्वर प्रसाद, प्रभारी रूरा थाना – दिनेश कुमार गौतम, लेखपाल अशोक सिंह मुख्य आरोपी बने हैं। एसडीएम मैंथा को तत्काल हटाकर मुख्यालय संबध किया गया, आरोपियों की तलाश जारी है।
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