रामचरित मानस विवाद को लेकर गाजियाबाद में भी स्वामी प्रसाद के खिलाफ आक्रोश

गाजियाबाद। पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है। रामचरित मानस के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी से नाराज भगवती मानव कल्याण संगठन शाखा गाजियाबाद ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच ज्ञापन दिया और शासन से उन पर कठोर कार्यवाही की मांग करी।

संगठन के जिलाध्यक्ष संजय रावत के नेतृत्व मे संगठन के सभी कार्यकर्ताओं ने स्वामी प्रसाद मोर्य के बयान पर अपना आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सपा नेता के बयान से सनातन हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले करोडो लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कि बताया कि स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस के प्रति नफरत की बातें कह रहे हैं। उनके समर्थक अपनी हरकतों से लोगों को उकसा रहे हैं। इससे समाज में क्रोध व विद्वेष की भावना पनप रही है।

इस दौरान जगनेश सिंह, निर्भय मिश्रा, शशांक जिंदल, माधव जयसवाल, शिवप्रसाद, शिवम, शीतल प्रसाद, नितिन गोस्वामी, महिला शाखा आध्यक्ष रजनी रावत, राखी चौधरी, कविता सिंह मौजूद रहे। सभी ने स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई मांग की।

क्‍या कहा था स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बयान में श्रीरामचरित मानस की कुछ चौपाइयों का उल्‍लेख करते हुए उन्‍हें दलितों, पिछड़ों और महिलाओं के लिए अपमानजनक बताया था। उन्‍होंने इन चौपाइयों को मानस से निकाले जाने की मांग की थी। इस विवादित बयान के बाद से ही स्‍वामी प्रसाद मौर्य लगातार बीजेपी और हिन्‍दू संगठनों के निशाने पर हैं। सपा ने भी उनसे पल्‍ला झाड़ लिया है।

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