बीकानेर। कभी कभी पालतू जानवर भी हिंसक हो जाते हैं और अपने ही मालिक की जान ले बैठते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ है राजस्थान के बीकानेर जिले में। यहां एक गुस्साए ऊंट ने पहले अपने मालिक को दांतों से पकड़कर नीचे पटका और फिर उसे पैरों से रौंद डाला। ऊंट का मन यहीं नहीं भरा और वह घायल मालिक के ऊपर बैठ गया। इससे ऊंट मालिक की मौत हो गई। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने फिर लाठियों से पीट-पीटकर ऊंट की जान ले ली। यह घटना इलाके में काफी चर्चा में है।
जानकारी के अनुसार सोहनराम नायक सोमवार शाम को गांव से ऊंटगाड़ा लेकर ढाणी पहुंचा था। इसी दौरान ऊंट ने अपने मालिक सोहनराम की गर्दन अपने मुंह में दबोच ली, जिससे सोहनराम की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पाकर बीकानेर जिले के पांचू पुलिस वहां पहुंची और पांचू के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
ऊंट ने गर्दन मुंह में दबोच ली
ग्रामीणों ने बताया कि सोहनराम नायक गाड़ा ढाणी में ही छोड़कर ऊंट को अपने खेत में ले जा रहा था। रास्ते में ऊंट ने उसकी गर्दन अपने मुंह में दबोच ली। सोहनराम जमीन पर गिर गया, मगर ऊंट ने उसकी गर्दन नहीं छोड़ी। फिर पड़ोसी भंवरलाल मेघवाल, पिता मोहनराम लाठी लेकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने सोहनराम को छुड़ाने की कोशिश की। ऊंट ने सोहनराम की गर्दन छोड़ी तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
पांच बेटे व दो बेटियां का पिता था सोहनराम
इसके बाद ग्रामीणों ने जैसे तैसे ऊंट को काबू में किया। उसे पकड़ा और एक खेजड़ी के एक पेड़ में उसका सिर फंसा दिया। फिर उस पर लाठियां बरसाई। भीड़ ने ऊंट को पीट पीटकर मार डाला। सोहनराम ने बीस दिन पहले ही यह ऊंट खरीदा था। यह हिंसक था। पांच बेटे व दो बेटियां के पिता सोहनराम ऊंट गाड़ा चलाकर ही परिवार का पेट पाल रहा था।