गाजियाबाद के सॉफ्टवेयर इंजीनियर का कुल्लू की नदी में मिला शव, 36 दिन से था लापता

गाजियाबाद/कुल्लू। नए साल का जश्न मनाने हिमाचल प्रदेश गए सॉफ्टवेयर इंजीनियर पार्वती नदी में शव मिला है। परिजनों ने कुल्लू पहुंचकर शव की पहचान की है। कुल्लू में रविवार को शव का पोस्टमार्टम किया गया। परिजनों को अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, सॉफ्टवेयर इंजीनियर 31 दिसंबर की रात से लापता था।

श्याम पार्क साहिबाबाद एक्सटेंशन निवासी 25 वर्षीय अभिनव मिंगवाल सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। अभिनव 26 दिसंबर 2022 को न्यू ईयर पार्टी के लिए अकेले ही वोल्वो बस से हिमाचल प्रदेश के कसोल गया था। इस दौरान वह कसोल के एक होटल में रुका था और 31 दिसंबर को दोपहर दो बजे पिता से व्हाट्सएप पर बात हुई थी। इसमें दौरान अभिनव ने दो जनवरी को वापस आने की बात कही थी। मगर उसके बाद बात नहीं हो पाई और फोन बंद हो गया।

अभिनव मिंगवाल के लापता होने की सूचना परिजनों ने कुल्लू थाने में दी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने घाटी में सर्च ऑपरेशन चलाया लेकिन अभिनव का सुराग नहीं लगा। बेटे की आस में पिता दिगंबर सिंह मिंगवाल बीते एक महीने से हिमाचल प्रदेश में जंगल की खाक छान रहे हैं। पुलिस, डॉग स्क्वाड और SIT टीमें खाली हाथ हैं। उस रात पार्टी में मौजूद रहे 20 से ज्यादा युवक-युवतियों से पूछताछ हो चुकी है लेकिन कुछ पता नहीं चला।

वहीं शनिवार सुबह करीब 11:30 बजे किसी व्यक्ति ने सांझा चूल्हा नामक होटल के पास नदी में युवक के शव को देखा। इसकी सूचना पुलिस को दी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कुल्लू आशीष शर्मा और पुलिस उपाधीक्षक राजेश कुमार घटना स्थल पर पहुंचे। शव नदी के बीचोबीच होने से पुलिस ने स्थानीय रेस्क्यू टीम और अग्निशमन विभाग की मदद से उसे बाहर निकाला।

पुलिस ने शव की शिनाख्त के लिए मिंगवाल के परिजनों को सूचना दी। परिजन शनिवार रात 2 बजे कुल्लू पहुंचे और उन्होंने शव की शिनाख्त अभिनव मिंगवाल के रूप में की। थाना प्रभारी कुल्लू कुलवंत सिंह के अनुसार प्राथमिक जांच में लगा रहा है कि अभिनव की पांव फिसलने के कारण नदी में गिर कर मौत हुई होगी, परंतु मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही चलेगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है, जो भी पहलु सामने आएंगे, पुलिस उसके आधार पर आगे की कार्रवाई अमल में लाएगी।

वहीं युवक के पिता दिगंबर सिंह का कहना है कि जब जहाँ शव मिला है, वो पॉइंट न्यू ईयर पार्टी वाली लोकेशन से करीब एक किलोमीटर दूर है। इस जगह वो पहले कई बार आ चुके थे लेकिन तब अभिनव की लाश नहीं मिली थी। देखने से भी शव 36 दिन पुराना प्रतीत नहीं हो रहा। माथे पर हल्की चोट का निशान है। पिता का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा कि मौत कब और कैसे हुई।

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