डोप टेस्ट में फंसीं जिम्नास्ट दीपा करमाकर, आईटीए ने लगाई 21 महीने की पाबंदी

नई दिल्ली। भारतीय जिम्नास्ट दीपा करमाकर पर प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन के चलते गाज गिरी है। इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी (ITA) दीपा पर पाबंदी लगाई है। इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी (ITA) ने भारतीय जिम्नास्ट दीपा करमाकर को प्रतिबंधित पदार्थ हाइजेनामाइन के लिए पॉजिटिव परीक्षण के बाद 21 महीने के लिए प्रतिबंधित किया है।

करमाकर के सैंपल में हिजेनामाइन की मात्रा पाई गई है जो वाडा के अनुसार एक बैन पदार्थ है। यूएस एंटी-डोपिंग एजेंसी (USADA) के अनुसार, हिजेनामाइन में एड्रीनर्जिक रिसेप्टर गतिविधि होती है, जिसका मतलब है कि यह एक सामान्य उत्तेजक के रूप में काम कर सकता है। ये सैंपल 11 अक्टूबर 2021 को लिया गया था और तभी ये एथलीट को अयोग्य माना जाएगा। ये मामला एफआईजी एंटी-डोपिंग नियम आर्टिकल 10.8.2 के अनुसार समाधान समझौते के माध्यम से हल किया गया था।

हिजेनामाइन को WADA की 2017 में प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में जोड़ा गया था। इसको अस्थमा में राहत देने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन ऐसी कई दवाएं हैं जो किसी बीमारी में इस्तेमाल हो सकती हैं पर वाडा ने उनको बैन लिस्ट में डाला हुआ है। जैसे हिजेनामाइन कार्डियोटोनिक भी हो सकता है, जिसका मतलब है कि ये कार्डियक आउटपुट बढ़ा सकता है। दिल की परफॉरमेंस तुरंत सुधरने का मतलब है एथलीट को इवेंट में ऐज मिलना।

कौन हैं दीपा करमाकर?
आपको बता दें कि त्रिपुरा की दीपा करमाकर भारत की टॉप जिम्नास्ट में से एक हैं। वह साल 2016 के रियो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहीं थीं। इसके बाद साल 2018 में उन्होंने तुर्की के मर्सिन में एफआईजी आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक्स वर्ल्ड चैलेंज कप की वाल्ट कॉम्पटिशन में देश के लिए गोल्ड मेडल जीता था। ऐसा करने वाली वह भारत की पहली जिम्नास्ट बनीं थीं। दीपा करमाकर को गोल्डन गर्ल के नाम से भी जाना जाता है।

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