अडानी ग्रुप ने रद्द किया 20,000 करोड़ का FPO, इंवेस्टर्स को वापस लौटाएंगे पैसे

नई दिल्ली। अडानी समूह ने अपने एफपीओ को लेकर बड़ा फैसला किया है। अडानी एंटरप्राइजेज ने कहा है कि वो एफपीओ को रद्द कर रहे है। वहीं निवेशकों को पैसा लौटाने की बात भी कही है।

अडानी एंटरप्राइजेज ने अपने एक बयान में कहा, ‘कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने आज बैठक में अपने शेयरधारकों के हित में एफपीओ को रद्द करने का फैसला लिया है। बोर्ड ने यह निर्णय लिया है कि इक्विटी शेयरों के 20,000 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों के FPO के साथ आंशिक रुप से पेड-अप आधार पर 1 रुपए प्रत्येक के फेस वैल्यू के साथ आगे नहीं बढ़ाया जाएगा।’ इस बीच, शेयर बाजार को रेग्युलेट करने वाली संस्था SEBI, अडानी समूह के शेयरों में गिरावट के मामले की जांच कर रहा है। रॉयटर्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि SEBI अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट के अलावा एफपीओ में किसी भी संभावित अनियमितता की जांच कर रहा है।

FPO को मिला था रिस्पॉन्स
अडानी के FPO को आखिरी दिन गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) ने 96.16 लाख शेयरों के मुकाबले तीन गुना से अधिक शेयरों के लिए बोलियां लगाईं। अबु धाबी की निवेश कंपनी IHC (International Holding Company) ने भी एफपीओ में निवेश किया था। इस कंपनी ने अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ में 400 मिलियन डॉलर का निवेश किया था। जबकि आईएचसी ने इस कंपनी में लगभग 2 अरब डॉलर का निवेश किया। इसके अलावा एयरटेल के मालिक सुनील मित्तल और JSW group के सज्जन जिंदल ने भी इसमें अपने हाथ आजमाए।

आपको बता दें कि अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में आज इंट्रा डे ट्रेड में लगभग 35% तक की गिरावट आई थी। बुधवार को शुरुआती कारोबार में बीएसई पर अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 3030 रुपये पर खुला था। इसके बाद दिन भर के कारोबार में यह शेयर गिरकर 1942 रुपये पर पहुंच गया था। यानी यह दिन के हाई से लगभग 1008 रुपये या 35% तक घट गए। हालांकि, मार्केट बंद होते समय शेयरों में थोड़ी रिकवरी आई और यह शेयर बीएसई पर 28.45% गिरावट के साथ 2128.70 रुपये पर बंद हुआ। इसी के साथ अडानी एंटरप्राइजेज का मार्केट कैप घटकर 2,42,672.04 करोड़ रुपये पर आ गया है।

बता दें कि अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में अडानी समूह पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। यह रिपोर्ट आने के बाद से समूह की कंपनियों के शेयर लगातार नीचे आ रहे हैं और हिंडनबर्ग की यह रिपोर्ट अडानी एंटरप्राइजेज की तरफ से 20,000 करोड़ रुपये का एफपीओ लाने के ऐन पहले 24 जनवरी को आई थी। हालांकि, इस रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को अडानी समूह ने खारिज किया है।

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