नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त भर्ती के लिए लगभग 71,000 नियुक्ति पत्र वितरित किया। उन्होंने सरकारी विभागों और संगठनों में नए भर्ती हुए लोगों के साथ बातचीत भी की। पीएम मोदी ने कहा कि रोजगार मेला हमारे सुशासन की पहचान बन गया है। यह हमारे वादों को निभाने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का वसीयतनामा भी है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित हुए रोजगार मेला के दौरान कहा कि पिछले साल 10 लाख लोगों को रोजगार देने के लिए रोजगार मेला अभियान की घोषणा की गयी थी। कई राज्य जहां भाजपा और उसके सहयोगी दल सत्ता में हैं वहां भी मेला आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जल्द ही अधिक राज्य जल्द ही ज्यादा से ज्यादा राज्य रोजगार मेला आयोजित करेंगे। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सरकारी कर्मचारियों की भर्ती की प्रक्रिया आसान हो गई है और उन पुरानी मुश्किलों से भी आजाद हो गयी है जो अक्सर सरकारी नौकरी के रास्ते में आती हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा की इस तरीके को आसान और पारदर्शी बनाया गया है। एक पारदर्शी और बेहतर भर्ती प्रक्रिया लोगों की योग्यता और क्षमता को पुरस्कृत करती है। उन्होने कहा कि यह रोजगार मेला उनकी सरकार की पहचान बन गया है।
रोजगार बने सेवा का माध्यम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकारी क्षेत्र में रोजगार को ‘सरकारी सेवा’ कहा जाता है। इसे हमें 100 करोड़ भारतीयों की सेवा करने के अवसर की शुरुआत के रूप में लेना चाहिए। कश्मीर, बंगाल, तेलंगाना और मणिपुर के नए भर्ती लोगों के साथ लाइव ऑनलाइन बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि बड़ी संख्या में भर्ती ऐसे परिवारों से हैं जहां कोई भी सरकारी सेवा में नहीं था।
पीएम ने कहा कि हमारा लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों तक रोजगार पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि जब विकास तेज गति से होता है तो स्वरोजगार के अवसर भी तेजी से बढ़ते हैं। आपने देखा होगा कि जब कोई नया हाईवे आता है तो उसके आस-पास कई व्यवसाय भी खुल जाते हैं। जब कोई नई रेलवे लाइन शुरू की जाती है तो ऐसा ही होता है।
Discussion about this post