लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में निजी बैंक कर्मी ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पिता का आरोप है कि बैंक अधिकारी बेटे को प्रताड़ित कर रहे थे। इससे परेशान होकर उसने जान दे दी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
त्रिवेणी नगर निवासी जितेंद्र सिंह एक कंपनी में सुरक्षा गार्ड हैं। उनका इकलौता बेटा अजय एक निजी बैंक में काम करता था। अजय रिकवरी विभाग में तैनात था। पिता जितेंद्र ने बताया, “टारगेट को लेकर बैंक अधिकारी बेटे को प्रताड़ित करते थे। इससे वह दबाव में रहने लगा था। दो-तीन दिन से वह काफी परेशान था। गुरुवार सुबह बैंक गया था, शाम को घर लौटा। खाना खाने के बाद कमरे में सोने चला गया।”
पुलिस ने बंदूक को कब्जे में लिया
पिता ने आगे बताया, “देर रात बेटे के कमरे से फायरिंग की आवाज आई। दौड़कर कमरे में पहुंचा तो देखा कि अजय खून से लथपथ था। उसने कमरे में रखी लाइसेंसी डबल बैरल बंदूक से ठोहड़ी पर नाल लगाकर गोली मार ली थी। आनन-फानन में बेटे को ट्रॉमा सेंटर पहुंचे, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।” वहीं, घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने बंदूक को कब्जे में ले लिया है।
पुलिस ने मोबाइल कब्जे में लिया
पुलिस ने बताया कि अजय तीन बहनों का इकलौता भाई था। पिता ने बैंक के अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाकर मुकदमा भी दर्ज कराया है। हालांकि, उन्होंने किसी को नामजद नहीं किया है। अजय के मोबाइल को कब्जे में लिया गया है। सुसाइड नोट नहीं मिलने की वजह से कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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