अलीगढ़। सपा के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह ने बुर्का पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बुर्का बैन करने वालों को नंगा करके घुमाया जाए। तब मालूम पड़ेगा कि बेपर्दगी क्या होती है। पूर्व विधायक पहले भी विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं।
मुरादाबाद के एक हिंदू कॉलेज में बुर्का बैन कर दिया गया, इसी बात से नाराज स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं ने गेट बंद कर जमकर हंगामा किया। इस घटना को लेकर हमेशा अपने बयान देकर विवादों में रहने वाले समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक जमीर उल्लाह खान ने कहा कि हिजाब हमारे हिंदुस्तान का कल्चर है। हिजाब हमारे यहां बहन बेटियों की आवाज है। बहन बेटी वाली आवाज आज भी सुनाई नहीं देती है। अगर बात करें गांव की तो गांव में आज भी बहू बेटियां लंबे लंबे घूंघट देखने को मिल जाएंगी। कॉलेज में बुर्का पहनकर जाने का कल्चर आज पैदा हुआ है क्या?
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह ने कॉलेज में बुर्का वैन करने के सवाल पर कहा कि यह बिल्कुल गलत है। अगर लड़कियां कॉलेज में बुर्का पहनकर जाना चाहती हैं तो जाएं। बुर्के पर कोई पाबंदी नहीं होनी चाहिए और जो बुर्के पर पाबंदी लगाए पहले उसको नंगा करके घुमाया जाए, उन्हें मालूम पड़ेगा वे पर्देगी की क्या होती है।
बुर्के पर बात करने वाले लोग जाहिल गवार हैं- पूर्व सपा विधायक
पूर्व सपा विधायक ने कहा कि पूर्व से ही कॉलेज में बुर्का पहनकर जाने की प्रथा है। इससे पहले भी बहन बेटियां कॉलेजों में तालीम हासिल कर रही थी। यह कोई आज का कल्चर है या आज पैदा हुआ है? ड्रेस कोड कोई आज नया पैदा हुआ है? इससे पहले क्या ड्रेस कोड नहीं था? जो जैसे चाहे वह पढ़े लिखे आगे बढ़े यह कौन सा मतलब है कि आप बुर्का बैन कर देंगे? बुर्के पर बात करने वाले लोग जाहिल गवार हैं। इस तरीके की बात नहीं करनी चाहिए।
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