कानपुर। यूपी के कानपुर में एक शख्स की लाश 29 दिनों तक फंदे से झूलती रही। इतने दिन में लाश कंकाल में तब्दील हो गई। पति से नाराज होकर घर छोड़कर जा चुकी पत्नी महीने भर बाद जब वापिस लौटी तो फंदे से झूलते पति के कंकाल को देखकर बेहोश हो गई।
मामला अरौल थाना क्षेत्र के गिलवट अमीनाबाद गांव का है। सुदामा शर्मा (30) पत्नी कीर्ति शर्मा और दो बच्चों के साथ रहता था। पिता शिवकुमार और दो भाइयों से संपत्ति का बंटवारा होने के बाद गांव से थोड़ा दूर नए घर में रहने लगा था। पत्नी कीर्ति ने बताया कि 18 दिसंबर को पति से विवाद हो गया था। इसके बाद वह दोनों बच्चों के साथ ननद के घर उत्तरीपुरा चली गई थी। 21 दिसंबर तक पति से मोबाइल फोन पर बात होती रही। उसके बाद दोनो की बातचीत मोबाइल पर भी बंद हो गई। जिस मकान में यह परिवार रह रहा था वो भी गांव की आबादी से बाहर है इसलिए सुदामा के घर रिश्तेदारों-परिचितों का आना-जाना भी कम ही था
काफी दिनों तक पति से बात न होने पर जब पत्नी वापस आई तो उसे उसे पति का शव लटकता हुआ मिला। मामले को लेकर पुलिस को जानकारी मिलने के बाद टीम मौके पर पहुंची। थानाध्यक्ष अरुण कुमार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अरुण कुमार ने बताया है कि देखने से शव एक महीना पुराना लगता है। फंदे पर लटका शव कंकाल में तब्दील हो चुका है। पुलिस के मुताबिक, प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का ही प्रतीत होता है।
घटना की जांच में जुटी पुलिस सबसे पहले यह जानने में जुटी है कि जब युवक की लाश अंदर लटकी थी। उसने सुसाइड किया है तो फिर, उसके घर के बाहर दरवाजे में ताला कैसे और किसने डाल दिया? हालांकि पत्नी ने पुलिस को बताया है कि उसके घर के दरवाजे में ऐसा सिस्टम है कि अंदर से भी कोई बाहर ताला लगा सकता है। इन तथ्यों की पुष्टि भी करने में पुलिस जुटी है।
उधर पुलिस ने गांव वालों और सुदामा के परिवार वालों से पूछताछ की है तो गांव वालों से तो कोई खास जानकारी नहीं मिली। परिवार वालों ने जरूर बताया कि छोटी छोटी बातों को लेकर पति-पत्नी के बीच अक्सर नोंकझोंक हो जाया करती थी। मगर इस हद की नोंकझोंक परिवार में कभी किसी ने होती नहीं देखी, जिसके चलते सुदामा आत्महत्या जैसा घातक कदम उठा सकता हो।
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