राजमुंदरी। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के साथ सेल्फी लेना एक शख्स को खासा महंगा पड़ गया। जैसे ही वह सेल्फी लेने ट्रेन में चढ़ा, गेट बंद हो गए और ट्रेन चल दी। उसे ट्रेन में करीब 190 किलोमीटर का सफर करना पड़ा। इस बीच टीटी ने उसे पकड़ लिया।
यह वाकया आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी में हुआ। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को देख यह शख्स खुद को रोक नहीं पाया और ट्रेन पर चढ़कर फटाफट एक के बाद कई सेल्फियां ली। इस बीच जैसे ही वह ट्रेन से उतरने लगा, गेट बंद हो गए। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में यह शख्स वंदे भारत ट्रेन के दरवाजे खोलने की कोशिश करता नजर आ रहा है। इस बीच टीटी भी आ गया। उसने टीसी से दरवाजा खोलने की मिन्नत की, लेकिन टीसी ने इसमें असमर्थता जाहिर कर दी।टीटी ने उसे बताया कि ट्रेन विशाखापत्तनम तक नहीं रुकेगी। इसके बाद वह ट्रेन में सवार होकर 190.6 किलोमीटर दूर विशाखापत्तनम तक गया। टीसी ने उससे विशाखापत्तनम तक का किराया लिया और वहां उतार दिया। बाद में किसी तरह वह विशाखापटनम से राजमुंदरी लौटा।
दक्षिण मध्य रेलवे के मुख्य पीआरओ ने बताया कि ये घटना 16 जनवरी को हुई जब एक आदमी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में राजमुंदरी रेलवे स्टेशन पर सेल्फी लेने के लिए चढ़ा और ट्रेन विशाखापत्तनम की ओर जा रही थी। जब वह डी-बोर्डिंग कर रहा था, स्वचालित दरवाजे बंद हो गए।”अगला रेलवे स्टॉप विशाखापत्तनम जंक्शन था। विशाखापत्तनम की यात्रा के लिए किराया वसूला गया और वह वहां से चला गया। उस आदमी पर कोई जुर्माना या जुर्माना नहीं लगाया गया था।
बता दें कि मकर संक्रांति के अवसर पर 15 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठवीं वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। यह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन तेलंगाना के सिकंदराबाद से आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के बीच चल रही है। इन दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी करीब 700 किमी है, जिसे वंदे भारत से तय करने में 8 घंटे का समय लगता है। दोनों तरफ की यात्रा में यह राजमुंदरी, विजयवाड़ा और वारंगल में रुकती है। दक्षिण भारत की पहली वंदे भारत ट्रेन मैसूरू से चेन्नई के बीच शुरू हुई थी, जिसका संचालन वर्तमान में जारी है।