बीजिंग। चीन से कोरोना वायरस से होने वाली मौतों पर चौंका देने वाली रिपोर्ट सामने आई है। चीन ने स्वीकार किया है कि कोरोना महामारी से उनके यहां करीब 60 हजार लोगों की मौत हुई है। हालांकि दुनिया के विशेषज्ञों का दावा है कि चीन सही आंकड़ा छिपा रहा है। चीन में मौतों का आंकड़ा आधिकारिक आंकड़ों से 10 गुना ज्यादा है।
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, लॉस एंजेल्स के फील्डिंग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में महामारी विभाग के अध्यक्ष जू फेंग झांग का दावा है कि चीन मे कोरोना से मौतों का सही आंकड़ा आधिकारिक आंकड़े से बहुत ज्यादा बड़ा है। झेंग का दावा है कि चीन में कोरोना महामारी की शुरुआत में पहले के 5 हफ्तों में करीब 9 लाख लोगों की जान गई है। झेंग ने यह दावा चीन की पेकिंग यूनिवर्सिटी के नेशनल स्कूल ऑफ डेवलेपमेंट की रिपोर्ट के आधार पर किया है।
पेकिंग यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी के मध्य तक देश की 64 फीसदी जनसंख्या कोरोना की चपेट में आ चुकी है। झेंग का कहना है कि अगर चीन में कोरोना का फर्टिलिटी रेट 0.1 फीसदी भी है तो चीन में कोरोना महामारी से पहले पांच हफ्तों में करीब नौ लाख लोगों की जान गई होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में कई मौतें नर्सिंग होम या घर पर हुई होंगी, जिनकी चीन की सरकार ने गिनती नहीं की होगी। सरकार के आधिकारिक आंकड़ों में सिर्फ अस्पतालों में हुई मौतें शामिल हो सकती हैं।
चीन में 21 जनवरी से लूनार न्यू ईयर छुट्टियों की शुरुआत हो रही है। ऐसे में चीन में करोड़ों लोग इस दौरान अपने-अपने घरों या गृहनगरों की यात्रा करेंगे। ऐसे में चीन में कोरोना महामारी के बेकाबू होने का खतरा मंडरा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन में 2023 के अंत तक कोरोना से 12 से 16 लाख तक लोगों की मौत हो सकती है। हालांकि अगर चीन की सरकार हालात को नियंत्रण करने में सफल रहती है तो यह आंकड़ा कम भी रह सकता है।
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