गाजियाबाद। कविनगर थाना क्षेत्र में नशे में धुत वकील ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से घर में कई राउंड फायरिंग की। गोलीबारी में अधिवक्ता की मां के हाथ में गोली लगी है। अधिवक्ता ने कनपटी पर पिस्टल लगा आत्महत्या की कोशिश भी की। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद अधिवक्ता को पहली मंजिल से नीचे उतारा। फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
थाना क्षेत्र में चिरंजीव विहार निवासी अमित डागर पेशे से अधिवक्ता है। रविवार रात घरेलू विवाद को लेकर उसने स्वजन के साथ मारपीट की। घर में रखे सामान को इधर-उधर फेंकना शुरू कर दिया। मां ने विरोध किया तो लाइसेंसी पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी। एडवोकेट मदन सिंह ने बताया कि उनका बेटा अमित डागर साथियों संग हरिद्वार से लौटा था। इसी दौरान हापुड़ चुंगी के पास उसकी इनोवा कार का बंपर किसी अन्य गाड़ी से टकराकर टूट गया था। रविवार शाम वह शराब के नशे में और गुस्से में था। इसकी वजह पूछे जाने पर आपा खो बैठा। नशे की हालत में उसने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर निकाली और पहले अपनी पत्नी पर तीन फायर किए, वह बच गई। इसके बाद बेटे हर्षित और फिर बेटी पर फायरिंग की। वह दोनों भी बच गए। उसने तीन बार पिस्टल में गोलियां भरीं और 18 बार बोली चलाई। स्वजन में अफरा-तफरी मची और उन्होंने भाग कर अपनी जान बचाई।
इस दौरान मां की हथेली में एक गोली लग गई और वो लहूलुहान हो गईं। इस वारदात के बाद अधिवक्ता फर्स्ट फ्लोर पर चला गया और खुद को कमरे में बंद कर लिया। अधिवक्ता ने कभी कनपटी पर लगाकर तो कभी फायरिंग करके खुद को गोली मार लेने की चेतावनी दी। इसे देख परिजनों के हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने तुरंत यूपी-112 पर सूचना दी। इसके बाद कविनगर एसीपी और थाने की फोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस ने जैसे-तैसे अधिवक्ता को बंद कमरे से बाहर निकलवाया और फिर उसको हिरासत में ले लिया। घायल ओमवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। वहीं फायरिंग से कालोनी में दहशत का माहौल पैदा हो गया।
एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि मामले में अमित के पिता मदन सिंह की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर अमित को गिरफ्तार कर उसकी लाइसेंसी रिवाल्वर कब्जे में ले ली है। लाइसेंस निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेजी जा रही है।
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