नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अग्निवीर के पहले बैच को सोमवार को संबोधित किया। पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये अग्निवीरों से बात की और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना मील का पत्थर साबित होगी और यह सशस्त्र बलों को मजबूत करने तथा भविष्य में आने वाली चुनौतियों के लिए उन्हें तैयार करने में एक गेम चेंजर साबित होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि अग्निवीर आने वाले समय में हमारे सशस्त्र बलों में अग्रणी भूमिका निभाएंगे। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि यह योजना महिलाओं को और सशक्त बनाएगी। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि कैसे महिला अग्निवीर नौसेना का गौरव बढ़ा रही हैं। वह तीनों बलों में महिला अग्निवीरों को देखने के लिए उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री ने सियाचिन में तैनात महिला सैनिक और आधुनिक लड़ाकू विमान उड़ाने वाली महिलाओं का उदाहरण देते हुए अग्निवीरों को बताया कि कैसे महिलाएं विभिन्न मोर्चों पर सशस्त्र बलों का नेतृत्व कर रही हैं।
बीते साल सरकार ने लॉन्च की थी अग्निपथ योजना
उल्लेखनीय है कि सरकार ने 15 जून, 2022 को अग्निपथ योजना की शुरूआत की थी। योजना के तहत पुरुष और महिला दोनों उम्मीदवारों को अग्निवीर के रूप में चार साल की अवधि के लिए देश की तीनों सेनाओं के अधिकारी के रैंक से नीचे कैडर में भर्ती किया गया है। 17.5 से लेकर 21 साल की आयु के बीच के उम्मीदवार इस योजना के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। इन अग्निवीरों को अनुकूलित बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण और विशेष व्यापार प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिसके बाद उनकी आवश्यकतानुसार अप-स्किलिंग पाठ्यक्रम भी कराए जाएंगे।
सरकार के इस फैसले की विपक्षी दलों ने की आलोचना
बताते चलें कि साल 2022 में अग्निवीरों की आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया गया था। वहीं, विपक्षी दलों ने सरकार के इस फैसले की आलोचना की है, लेकिन सरकार ने कहा है कि वह सशस्त्र बलों को और अधिक युवा बनाएगी और इसकी मौजूदा जरूरतों को पूरा करेगी।
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