दिल्ली। कंझावला कांड में लापरवाही के आरोप में दिल्ली पुलिस के 11 कर्मियों पर गाज गिरी है। गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद रोहिणी जिले में तैनात इन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। ये सभी पुलिसकर्मी एक जनवरी की रात पीसीआर और पिकेट पर तैनात थे।
गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद युवती अंजलि को कार से 13 किलोमीटर तक घसीटने के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए वारदात वाली रात तीन पीसीआर वैन व दो पिकेट पर तैनात 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। रोहिणी जिले के जिन 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है उनमें दो सब इंस्पेक्टर, चार असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, चार हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल शामिल हैं। घटना के दिन इनमें से छह पीसीआर ड्यूटी पर थे और पांच पीकेट पर थे। इन पुलिसकर्मियों पर ड्यूटी में लापरवाही बरतने का आरोप है। बता दें कि जिस रूट पर ये घटना हुई, उस रूट पर तैनात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
आरोपियों के ब्लड सैंपल की रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को सौंपी
इसी बीच FSL रोहणी ने आरोपियों के ब्लड सैंपल की रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को सौंपी है। इससे यह पता चल पाएगा कि आरोपियों ने उस रात शराब पी थी या नहीं। क्राइम सीन की रिपोर्ट भी FSL ने दिल्ली पुलिस को सौंपी। वहीं मृतक लड़की के ब्लड में अल्कोहल था या नहीं, यह रिपोर्ट भी FSL ने तैयार की। FSL यह रिपोर्ट भी दिल्ली पुलिस को सौंपेगी।
आरोपियों पर धारा 302 लगाकर मामले की जांच के निर्देश
उधर, इस मामले में उपलब्ध सबूतों के आधार पर पुलिस ने इस केस के आरोपियों पर धारा 302 यानी हत्या की धारा लगाकर मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि जिस वक्त वारदात हुई, इलाके के डीसीपी स्पष्टीकरण दें। यह निर्देश भी दिया गया कि घटना वाली जगह के आसपास वाले क्षेत्र में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाए।
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